कांग्रेस, शिवसेना ने कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया
लोकसभा में पिछले दो दिनों से बार-बार स्थगित होने के साथ विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और राष्ट्रपति के अभिभाषण और नए कृषि कानूनों के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर एक अलग चर्चा के लिए अपनी मांग पर जोर दिया।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस और शिवसेना ने शुक्रवार को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया, जिसमें किसानों के आंदोलन के मद्देनजर तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की गई। एन के प्रेमचंद्रन, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के सांसद ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव देते हुए दिल्ली सीमाओं पर चल रहे किसानों के विरोध पर चर्चा की मांग की।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद सौगत रे ने कांटेदार तारों समेत अन्य उपकरणों के उपयोग के साथ पुलिस द्वारा किसानों के कथित दमन पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। बता दें कि लोकसभा गुरुवार को बार-बार स्थगित हुई, क्योंकि विपक्षी सदस्यों ने नए कृषि कानूनों पर अपना विरोध जारी रखा।
लोकसभा में पिछले दो दिनों से बार-बार स्थगित होने के साथ, विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और राष्ट्रपति के अभिभाषण और नए कृषि कानूनों के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर एक अलग चर्चा के लिए अपनी मांग पर जोर दिया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार को एक अलग चर्चा के लिए उनकी मांग पर सहमत होना चाहिए। किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।