कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए राहुल काठमांडू पहुंचे
उल्लेखनीय है कि इसी साल अप्रैल में कर्नाटक जाते हुए जब राहुल का विमान अचानक खतरनाक रूप से सैकड़ों फीट नीचे आया तो कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रार्थना करते हुए भगवान शिव को याद किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सियासी सरगर्मी के उफान के बीच कैलास मानसरोवर की यात्रा के लिए नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंच गए हैं। राहुल गांधी काठमांडु शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वहां से रवाना होने के घंटों पहले ही पहुंच गए थे। मोदी यहां बिम्सटेक सम्मेलन में शिरकत करने आए थे। राहुल काठमांडू में एक पांच सितारा होटल में ठहरे हैं। वह शनिवार को विमान से नेपालगंज के लिए रवाना होंगे। वहां से वह तिब्बती सीमा से लगे नेपाल स्थित हुमला भी वायुमार्ग से जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि इसी साल अप्रैल में कर्नाटक जाते हुए जब राहुल का विमान अचानक खतरनाक रूप से सैकड़ों फीट नीचे आया तो कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रार्थना करते हुए भगवान शिव को याद किया। दुर्घटना से बचने के इस वाकये के दौरान ही राहुल ने मानसरोवर जाने की अपनी इच्छा जाहिर की और इसीलिए वे कैलास मानसरोवर की धार्मिक यात्रा पर गए हैं। राहुल की निजी धार्मिक यात्रा पर भाजपा के सियासी हमले की आलोचना पर जवाबी वार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि ऐसा कर भाजपा ने हिंदू आस्था और विश्वास का अपमान किया है।
राहुल गांधी ने ट्विटर पर संस्कृत के एक श्लोक के जरिये अघोषित रूप से कैलास मानसरोवर जाने की सूचना दी। इसके बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने राहुल के यात्रा पर रवाना होने की औपचारिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कैलास मानसरोवर की पवित्र यात्रा पर भगवान भोले शंकर के दर्शन के लिए नेपाल गए हैं। करीब 12 से 15 दिन इस यात्रा में लगेंगे। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा जिस तरह भगवान शंकर के अनन्य भक्त राहुल की मानसरोवर यात्रा पर प्रहार कर इसमें बाधा डाल रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तरह पवित्र यात्रा पर ओछी और सतही टिप्पणी भाजपा नेताओं ने की है वह हिंदू धर्म और आस्था का अपमान है।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा के लोग शायद यह नहीं जानते कि भोले शंकर के भक्तों और उनके बीच जो बाधा डालता है वह पाप व श्राप दोनों का भागीदार बनता है। राहुल की धार्मिक यात्रा का दिन इस लिहाज से खास संयोग का रहा कि सुबह वे दिल्ली से मानसरोवर के लिए रवाना हुए तो शाम को उनके विमान में हुई गड़बड़ी की जांच रिपोर्ट को भी सरकार ने सार्वजनिक किया।
सुरजेवाला ने भी कहा कि राहुल जब कर्नाटक जा रहे थे तो उनकी जिंदगी के सामने विमान दुर्घटना का भयावह संकट आया जिसमें वे और उनके सहयोगी बाल-बाल बच गए। इसी दिन राहुल ने भोले शंकर के दरबार में पैदल जाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान बाबा के दरबार में पहुंचकर राहुल देश व सभी देशवासियों, स्वयं और कांग्रेस पार्टी के लिए उनका आशीर्वाद लेंगे।