आखिर, क्यों हटाया गया कांग्रेस के कार्यक्रम से देशद्रोह के आरोपी कन्हैया का नाम?
दिल्ली पुलिस ने 14 जनवरी को जेएनयू राष्ट्रद्रोह मामले में दायर अपनी चार्जशीट में 10 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी काफी समय से कहती रही है कि कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार जैसे छात्र नेताओं को शह देती है, जो देश के सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 72वें बलिदान दिवस पर परिचर्चा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रद्रोह मामले में आरोपी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद को भी न्योता देकर इस विवाद को फिर गर्मा दिया है। खबरों के मुताबिक, कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के कार्यक्रम में कन्हैया और शेहला को निमंत्रित किया गया था, लेकिन विवाद के बाद इनका नाम मेहमानों की सूची से हटा दिया गया है।
लेकिन सवाल ये उठता है कि राष्ट्रद्रोह मामले में आरोपी कन्हैया कुमार और पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद को न्योता भेजने के बाद कांग्रेस ने उनका नाम क्यों हटा लिया? अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अल्पसंख्यक विभाग 28 जनवरी को राजधानी दिल्ली में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के तौर पर मना रहा है। इसके लिए एक दिन की परिचर्चा का कार्यक्रम रखा गया है। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता के राजू, पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, प्रियंका चतुर्वेदी, राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी समेत कई और नेता शामिल होने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के लिए जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और शेहला रशीद को भी बुलावा भेजा गया था।
हालांकि विवाद बढ़ता देख अब कांग्रेस इससे पल्ला झाड़ रही है। कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि ये आयोजक पर निर्भर करता है कि किसे न्योता दें। कन्हैया और रशीद का बचाव करते कांग्रेस ने कहा कि चार्जशीट का कानून में महत्व नहीं है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि कानून में कहा गया है कि जबतक आरोप साबित नहीं हो जाता, तब तक किसी को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। फिर इस मामले में अभी कोर्ट ने संज्ञान भी नहीं लिया है।
इधर, भाजपा ने भी अपने इरादे साफ कर दिए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, 'मैं देश के टुकड़े करने वालों की पीठ थपथपाने वाले राहुल गांधी को कहना चाहता हूं कि आप हमें और हमारी पार्टी के विरुद्ध जितना चाहे कुछ बोल लो हमको फर्क नही पड़ता। लेकिन इस देश के विरुद्ध बोलने वाले और देश को तोड़ने वालों को यह मोदी सरकार माफ करने वाली नहीं है।'
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने 14 जनवरी को जेएनयू राष्ट्रद्रोह मामले में दायर अपनी चार्जशीट में 10 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है। इन आरोपियों में कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बन भट्टाचार्य समेत जेएनयू, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सात कश्मीरी छात्र शामिल हैं।