Rajasthan Politics: बाड़मेर में अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे पंजाब कांग्रेस के प्रभारी, जानें पूरा मामला
Rajasthan Politics सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर चौधरी के नेतृत्व में दिए गए धरने में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। चौधरी ने कहा कि अगर सरकार इस संशोधन को शीघ्र वापस नहीं लेती है तो प्रदेश के हजारों युवा उग्र आंदोलन करेंगे।
जयपुर, जागरण संवाददाता। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी और राजस्थान के विधायक हरीश चौधरी अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। चौधरी ने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ धरना देकर प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण में संशोधन को लेकर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो वे अपने समर्थकों के साथ जयपुर कूच करेंगे।
सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर चौधरी के नेतृत्व में दिए गए धरने में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। चौधरी ने कहा कि अगर सरकार इस संशोधन को शीघ्र वापस नहीं लेती है तो प्रदेश के हजारों युवा उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि मैने इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। लेकिन सरकार का कार्मिक विभाग इस मामले में ध्यान नहीं दे रहा है।
साल,2018 में तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार में ओबीसी आरक्षण के प्रारूप के चलते पिछले दो साल से युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकी है। दरअसल,कार्मिक विभाग ने ओबीसी आरक्षण में संशोधन करते हुए 17 अप्रैल,2029 को एक आदेश जारी किया था। आदेश में भूतपूर्व सैनिकों को मिल रहे ओबीसी वर्ग में 12.5 फीसदी आरक्षण को समाप्त कर दिया गया था। इसके साथ ही भूतपूर्व सैनिकों को ओबीसी वर्ग के 21 प्रतिशत आरक्षण में शामिल कर लिया था।ऐसे में साल,2018 के बाद हुई अधिकांश सरकारी भर्तियों में भूतपूर्व सैनिकों को ही ओबीसी के 21 प्रतिश् आरक्षण में नौकरी दी गई। ओबीसी वर्ग के युवाओं को पूरी तरह से इसका लाभ नहीं मिल सका है।