पंजाब कांग्रेस की कलह पर बोले मनीष तिवारी, सोशल मीडिया से एजेंडा चलानेवालों से सख्ती से निपटे आलाकमान
वैश्विक महामारी कोरोना संकट से घिरे पंजाब में इस वक्त राजनीतिक संकट भी गहरा रहा है। पंजाब कांग्रेस भीतरी लड़ाई में ही उलझी हुई है। लगता है विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी छोड़कर पंजाब कांग्रेस अपने आपसी मतभेद सुलझाने में ज्यादा व्यस्त है।
नई दिल्ली, एएनआइ। पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी मतभेद के चलते सियासी कलह मचा हुआ है। विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी के वक्त कांग्रेस अपने अंदरूनी मामले ही निपटाने में लगी हुई है। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पंजाब की राजनीतिक स्थिति पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस एकजुट है और मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी।
पंजाब की राजनीतिक स्थिति पर बोले मनीष तिवारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पंजाब की राजनीतिक स्थिति में आए मतभेद पर बोलते हुए समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा की कांग्रेस एक अखंड और अटूट पार्टी है। विधानसभा चुनाव 2022 का जिक्र करते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस एकजुट और मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस की अखंडता और एकजुटता की बात करते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने यह भी कहा कि अगर किसी के पास यदि कोई एजेंडा है और वह ट्वीटर या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से कोई एजेंडा चलाना चाहता है तो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कि आलाकमान और पदाधिकारी को इस बात को गंभीरता से लेना चाहिए। मनीष तिवारी ने कांग्रेस को अखंड और सशक्त बताते हुए आने वाले चुनाव के लिए पंजाब कांग्रेस को पूर्ण रूप से तैयार बताया।
पंजाब कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति
पंजाब कांग्रेस में विधानसभा चुनाव 2022 से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच उठे आपसी मतभेद के चलते सियासी विवाद चल रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना संकट से घिरे पंजाब में इस वक्त राजनीतिक संकट भी गहरा रहा है। पंजाब कांग्रेस भीतरी लड़ाई में ही उलझी हुई है। लगता है, विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी छोड़कर पंजाब कांग्रेस अपने आपसी मतभेद सुलझाने में ज्यादा व्यस्त है। पंजाब कांग्रेस के विधायकों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की कमेटी बैठक भी आए दिन चल रही है। लेकिन पंजाब कांग्रेस के आपसी मतभेद के चलते अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं।