कांग्रेस ने शुरू की हेलो डॉक्टर हेल्पलाइन और प्लाज्मा हेल्प लिंक, चिकित्सकों से की यह अपील
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को कोरोना मरीजों के लिए चिकित्सा परामर्श हेल्पलाइन हेलो डॉक्टर (Hello doctor helpline) शुरू की। राहुल ने एक लिंक साझा कर डॉक्टरों और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से भी एक अपील की...
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना की दूसरी प्रचंड लहर में चिकित्सा सहायता की गंभीर कमी से जूझ रहे लोगों को राहत दिलाने के लिए कांग्रेस ने फोन पर डॉक्टरी सलाह मुहैया कराने की पहल शुरू की है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की। साथ ही कोरोना मरीजों को आपात स्थिति में प्लाज्मा मुहैया कराने के लिए भी कांग्रेस ने अपने स्तर पर आनलाइन प्लाज्मा हेल्प लिंक शुरू किया है। इसके जरिये कोरोना से ठीक हुए मरीजों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित कर जरूरतमंदों को मदद मुहैया कराई जाएगी।
राहुल ने की यह अपील
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कांग्रेस के हेलो डाक्टर हेल्पलाइन नंबर 9983836838 जारी करते हुए कहा कि इस समय भारत को एकजुट होकर हमारे नागरिकों की मदद करनी है। उन्होंने डॉक्टरों और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों से इस हेल्पलाइन में सहायता देने की अपील भी की। कांग्रेस नेता ने दूसरे ट्वीट में कहा कि वैक्सीन की कमी के साथ आक्सीजन और चिकित्सा आपूर्ति वास्तविक संकट है।
5,000 प्लाज्मा डोनर्स की पहचान की
कांग्रेस की ओर से प्लाज्मा हेल्प लिंक की शुरुआत प्रेस कांफ्रेंस में करते हुए पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा और युवा कांग्रेस के अध्यक्ष वी. श्रीनिवास ने कहा कि डॉक्टर कोरोना मरीजों को आपातस्थिति में प्लाज्मा देने की भी सलाह दे रहे हैं। युवा कांग्रेस अपने स्तर पर इस अभियान को पहले से चला रही थी मगर अब पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी इकाइयों और कार्यकर्ताओं के जरिये प्लाज्मा दे सकने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें दान के लिए प्रेरित करने का अभियान शुरू किया है। अभी तक उसने 5,000 ऐसे लोगों की पहचान की है जो प्लाज्मा दे सकते हैं। साथ ही बहुत से लोग जो प्लाज्मा देने के अनिच्छुक हैं उन्हें प्रेरित कर तैयार किया जा रहा है।
हर्षवर्धन के इस्तीफे की मांग
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 18 से 44 साल के लोगों के लिए शनिवार से शुरू हुए टीकाकरण अभियान को गैर स्टार्टर करार दिया और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के इस्तीफे की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि छह राज्यों को छोड़कर बाकी सभी राज्यों ने टीकों की कमी का हवाला देते हुए युवा वर्ग का टीकाकरण करने से इन्कार कर दिया है। उनके अनुसार टीके की कमी और रोलआउट कार्यक्रम की विफलता कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कुप्रबंधन का उदाहरण है और ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री के अलावा और किसकी जवाबदेही है।
आम राय की जरूरत : सोनिया
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि कोरोना महामारी से निपटने की राष्ट्रीय नीति पर वह राजनीतिक आम सहमति विकसित करे। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि समय आ गया है जब केंद्र और राज्य सरकारें जागें और अपने दायित्वों को पूरा करें। सोनिया ने कहा कि सभी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त लगाई जानी चाहिए, साथ ही वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए लाइसेंसिंग अनिवार्य हो।
गरीब को दी जाए मदद
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वर्तमान संकट के दौर से निपटने में मदद के लिए हर गरीब के खाते में छह हजार रुपये जमा कराए जाएं। सोनिया ने टेस्टिंग बढ़ाने और आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयों की कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग भी की। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में उनकी पार्टी केंद्र सरकार के साथ है, साथ ही उन्होंने इस कठिन समय में सभी भारतीयों से एकजुट होने की अपील भी की।