छत्तीसगढ़ पुलिस को न्यूज एंकर के खिलाफ कार्रवाई से रोकने पर भड़की कांग्रेस, कहा- यूपी पुलिस ने कार्रवाई से रोक कर की कानून की अवमानना
जयराम रमेश ने कहा कि आखिर ऐसा क्या रहस्य है जिसके इस जांच के माध्यम से उजागर होने का डर है। उनके राजनीतिक आकाओं के हाथ-पैर फूल गए हैं। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी का वारंट एक सक्षम न्यायालय द्वारा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तथ्यों के साथ किए गए
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने राहुल गांधी के केरल की घटना से जुड़े वीडियो को फर्जी तरीके से उदयपुर बर्बर कांड से जोड़ने के मामले के आरोपित जी न्यूज चैनल के एंकर के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस को कार्रवाई से रोके जाने को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
पार्टी ने कहा है कि अपराधियों को वैध कानूनी जांच और विवेचना से बचाने के लिए पुलिस बल को तैनात कर कानूनी प्रक्रिया में बाधा डालना भाजपा की आदत बन गई है। कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने न्यूज एंकर को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की हरकत को जानबूझ कर किया गया हस्तक्षेप करार दिया।
न्यायालयों का भी हो गया राजनीतिकरण: जयराम रमेश
उन्होंने कहा कि आखिर ऐसा क्या रहस्य है, जिसके इस जांच के माध्यम से उजागर होने का डर है। उनके राजनीतिक आकाओं के हाथ-पैर फूल गए हैं। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी का वारंट एक सक्षम न्यायालय द्वारा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तथ्यों के साथ किए गए आवेदन के आलोक में जारी किया गया था। क्या भाजपा यह दावा कर सकती है कि न्यायालयों का भी राजनीतिकरण हो गया है। भाजपा यदि आरोपितों को बचाने के लिए इतनी उत्सुक है तो इसके लिए अदालत का दरवाजा क्यों नहीं खटखटाती।
जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा ने सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग से कानून संगत पुलिस जांच में बाधा डालकर दोषियों को बचाने की कला में भी महारथ हासिल कर ली है, जबकि इन्हीं एजेंसियों का निर्दोष लोगों के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है। गंभीर अपराधों के आरोपित व्यक्ति के लिए देश की संस्थाओं को अधीनस्थ के रूप में खड़ा करना साबित करता है कि भाजपा के लिए उसके राजनीतिक हितों के सामने राष्ट्रहित कोई मायने नहीं रखता।
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