शिवराज-सिंधिया समेत कई नेताओं पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नरोत्तम मिश्रा गोपाल भार्गव भूपेंद्र सिंह उमाशंकर गुप्ता सुदर्शन गुप्ता और विश्वास सारंग ने कांग्रेस के 22 विधायकों को प्रलोभन देकर चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया।
भोपाल, जेएनएन। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ने वाले 22 विधायकों के मामले को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने लोकायुक्त एनके गुप्ता से मिलकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, उमाशंकर गुप्ता, सुदर्शन गुप्ता और विश्वास सारंग ने कांग्रेस के 22 विधायकों को प्रलोभन देकर चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया। इसके ऐवज में न सिर्फ सभी पूर्व विधायकों को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया बल्कि 12 को मंत्री भी बनाया।
सिंह ने शपथ पत्र के साथ की शिकायत में कहा कि योजनाबद्ध तरीके से 22 विधायकों को मध्य प्रदेश के बाहर ले जाया गया और किसी से मिलने नहीं दिया गया। इससे साफ है कि ये सभी विधायक, ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा नेता सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रहे थे। यह प्रदेश में पहली बार है कि 14 ऐसे व्यक्तियों को मंत्री बनाया गया है, जो विधायक भी नहीं हैं।
उन्होंने मांग की है कि लोक सेवक के पद पर रहते हुए इस तरह के कार्य करवाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, उमाशंकर गुाा, सुदर्शन गुाा, विश्वास सारंग सहित पूर्व विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।