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आर्थिक तंगी से जूझ रही कांग्रेस, पार्टी पदाधिकारियों को चाय-नाश्ते पर खर्च में कटौती के दिए निर्देश

कांग्रेस पार्टी (Congress) आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। कांग्रेस ने अपने महासचिवों राज्य प्रभारियों और अन्य पदाधिकारियों से खर्च पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 12:01 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 12:31 PM (IST)
आर्थिक तंगी से जूझ रही कांग्रेस, पार्टी पदाधिकारियों को चाय-नाश्ते पर खर्च में कटौती के दिए निर्देश
आर्थिक तंगी से जूझ रही कांग्रेस, पार्टी पदाधिकारियों को चाय-नाश्ते पर खर्च में कटौती के दिए निर्देश

नई दिल्‍ली, आइएएनएस। कांग्रेस पार्टी (Congress) आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने महासचिवों, राज्य प्रभारियों और अन्य पदाधिकारियों से खर्च पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, बीते पांच वर्षों से ज्‍यादा समय से केंद्र की सत्ता से दूर कांग्रेस फंड की कमी का सामना कर रही है। कांग्रेस के एक सूत्र ने बताया कि आर्थिक संकट से निपटने के लिए पार्टी के अकाउंट विभाग ने महासचिवों, राज्य प्रभारियों और अन्य पदाधिकारियों से कहा है कि वे खर्चों पर लगाम लगाएं। 

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कांग्रेस की ओर से जारी पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश में कहा गया है कि चाय-नाश्ते पर खर्च की सीमा प्रति महीने तीन हजार रुपये रखें। पार्टी ने पदाधिकारियों से साफ शब्‍दों में कहा है कि यदि खर्च इससे ज्‍यादा बैठता है तो इसका भुगतान संबंधित व्यक्ति को ही करना होगा। बता दें कि पार्टी नेताओं और अन्य पदाधिकारियों को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (All India Congress Committee, AICC) की कैंटीन से चाय-नाश्ते का बंदोबस्‍त होता है। पार्टी पदाधिकारियों के सभी बिलों का भुगतान लेखा विभाग की ओर से किया जाता है। 

एक अन्य सूत्र ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि पार्टी ने नेताओं को सलाह दी है कि वे छोटी दूरी की यात्रा ट्रेन से करें। यही नहीं पार्टी ने यात्रा के दौरान रात में ठहरने की जरूरत नहीं होने पर होटलों को बुक करने से भी मना कर दिया है। पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो पार्टी की संपत्तियों में 2017 से 18 के दौरान 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। साल 2017 में पार्टी की संपत्ति 854 करोड़ रुपये थी जो 2018 में घटकर 754 करोड़ रुपये रह गई। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट कहती है कि कांग्रेस को 55.36 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। 


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