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सावरकर को भारत रत्न देने पर सियासत तेज, कांग्रेस ने पोस्टर लगा BJP के खिलाफ लिखी ये बात

इंदौर में वीर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने के फैसले को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं। कहा जा रहा है कि इन्हें कांग्रेस नेता विवेक खंडेलवाल और गिरीश जोशी ने लगवाया है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 12:07 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 12:07 PM (IST)
सावरकर को भारत रत्न देने पर सियासत तेज, कांग्रेस ने पोस्टर लगा BJP के खिलाफ लिखी ये बात
सावरकर को भारत रत्न देने पर सियासत तेज, कांग्रेस ने पोस्टर लगा BJP के खिलाफ लिखी ये बात

नई दिल्ली,एएनआइ। महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक माहौल चरम पर है। सभी पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए है। भाजपा द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र को लेकर सियासत तेज हो गई है। दरअसल, भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह वीर सावरकर को भारत रत्न देंगे। इसी को लेकर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है। 

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इस गरमा गर्मी के बीच मध्यप्रदेश के इंदौर में कुछ पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें लिखा गया है कि भारत माता इन्हें क्षमा करना। पोस्ट में आगे लिखा गया कि आजादी के अंदोलन में आपसे गद्दारी करने वाले सावरकर को गोडसे समर्थक भाजपा द्वारा भारत रत्म देने का संकल्प लिया गया है। इन्हें सदबुद्धि दे। कहा जा रहा है कि इन पोस्टर्स को कथित तौर पर कांग्रेस के नेता विवेक खंडेलवाल और गिरीश जोशी ने लगवाया है।

सावरकर के पोते ने कही ये बात 

एक और जहां कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर आरोप प्रतिारोप लगा रहे हैं। वहीं इस पूरे मामले पर वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी वीर सावरकर की अनुयायी थी। क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था। विदेशी और सेना के संबंधो को मजबूत किया। इतना ही नहीं उन्होंने नेहरू और गांधी के दर्शन के खिलाफ जाकर परमाणु परीक्षण भी किया। रणजीत सावरकर ने कहा कि वीर सावरकर सबसे ज्यादा धर्म निरपेक्ष इंसान है। 

कौन थे सावरकर 

जानकारी के लिए बता दें कि सावरकर एक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी थे। इतना ही नहीं वह एक राजनेता, लेखक, हिंदुत्व और वकील थे। उनका जन्म 1883 मुंबई (तब बॉम्बे) में हुआ था। वाजपेयी सरकार ने वर्ष 2000 में तत्कालीन राष्ट्रपति को प्रस्ताव भेजा था कि सावरकर को भारत रत्न दिया जाए। हालांकि, उन्होंने सरकार का ये प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया था। 


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