Congress: गहलोत और पायलट के बाद अब जोशी एवं डूडी की लड़ाई सड़क पर आई
रामेश्वर डूडी ने अपनी ही सरकार को घेरासरकारी मशीनरी के दुरूपयोग का लगाया आरोप ।यह भी बोलेआरसीए सी.पी.जोशी की बपौती नहीं हैसोनिया से शिकायत करेंगे ।
जयपुर, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के एकजुटता के संदेश का राजस्थान के नेताओं पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है । अब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच ही विवाद चल रहा था । लेकिन अब क्रिकेट की राजनीति को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी और पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी का आपसी झगड़ा सड़क पर आ गया है । राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष जोशी ने जहां मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत को क्रिकेट की राजनीति में उतारकर सरकार का समर्थन हासिल करने की रणनीति बनाई है ।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी जोशी से इस हद तक नाराज हो गए कि उन्होंने भाजपा एवं ललित मोदी समर्थक जिला क्रिकेट संघों के साथ हाथ मिला लिया । "दैनिक जागरण" से बातचीत में डूडी ने अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि जोशी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर क्रिकेट का गला घोंटना चाहते है । उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में उच्च स्तर से जिला क्रिकेट संघों पर दबाव बनाया जा रहा है ।
वैभव गहलोत को साथ लेकर जोशी ने सीएम को भी गुमराह किया है । शनिवार को अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद डूडी ने कहा कि वे इस मामले को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष उठाएंगे । उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के ही कुछ दिग्गजों ने पहले मुझे विधानसभा चुनाव हराया और अब जब से मैने क्रिकेट को आगे बढ़ाने का काम हाथ में लिया तो पार्टी के ही कुछ बड़े नेता मुझे इससे दूर करने में जुट गए ।
उन्होंने कहा कि सरकार के ऊपरी दबाव से पुलिस एवं सरकारी अफसर मेरे समर्थक जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारियों को धमका रहे है । डूडी ने कहा कि जोशी ने सीएम के बेटे वैभव गहलोत को आरसीए अध्यक्ष बनने के लिए गुमराह कर मुझे क्रिकेट की राजनीति से दूर करने का काम किया है । उन्होंने कहा कि मैं आरसीए अध्यक्ष का चुनाव अवश्य लडूंग,चाहे सामने कोई भी लड़े ।
जोशी गुट ने बैठक की ,चुनाव प्रक्रिया पर सस्पेंस
उधर सी.पी.जोशी गुट ने शनिवार को बैठक कर आगामी रणननीति बनाई। जोशी गुट अब सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर नया चुनाव अधिकारी नियुक्त कराने का आग्रह करेगा । सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार इस बारे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पत्र लिखेंगे।
हालांकि आरसीए के कोषाध्यक्ष और डूडी समर्थक पिंकेश पोरवाल का कहना है कि बीसीसीआई ने पहले ही पूर्व चुनाव आयुक्त टी.एस.कृष्णामूर्ति को चुनाव अधिकारी नियुक्त कर दिया है। कृष्णामूर्ति चुनाव प्रक्रिया सही तरह से संपन्न करा रहे थे,लेकिन जोशी गुट ने उन पर गलत आरोप लगाए,जिससे आहत होकर वे वापस दिल्ली चले गए।
उल्लेखनीय है कि कृष्णामूर्ति द्वारा शनिवार को मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाना था। उन्होंने 27 सिंतबर को चुनाव कराने की तारीख तय की थी,लेकिन जोशी गुट शुरू से ही इसका विरोध कर रहा था । जोशी गुट 4 अक्टूबर को चुनाव कराना चाहता था । लेकिन बीसीसीआई द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी ने 27 सितंबर को ही चुनाव कराने की घोषणा की थी ।
इसी बीच शुक्रवार को जोशी गुट ने कृष्णामूर्ति पर आरसीए के मेल लीक करने का आरोप लगाया,इससे आहत होकर वे वापस दिल्ली चले गए । कृष्णामृर्ति द्वारा शनिवार को जारी की जाने वाली मतदाता सूची प्रकाशित नहीं होने पर अब चुनाव प्रक्रिया पर सस्पेंस कायम हो गया है ।