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पीएम मोदी से मिले सीएम शिवराज, मध्यप्रदेश के विकास, कोरोना की स्थिति व टीकाकरण पर की चर्चा

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश 2023 के रोडमैप के बारे में जानकारी दी। कोरोना की स्थिति व टीकाकरण को लेकर भी चर्चा की गई। सीएम ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी मुलाकात की।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 08:26 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 08:26 PM (IST)
पीएम मोदी से मिले सीएम शिवराज, मध्यप्रदेश के विकास, कोरोना की स्थिति व टीकाकरण पर की चर्चा
केंद्र द्वारा प्रदेश के लिए जारी की गई राशि के लिए दिया धन्यवाद।

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। उपचुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री से पहली मुलाकात में चौहान ने प्रदेश में चल रही प्रमुख योजनाओं की प्रगति के साथ विगत आठ माह में प्रदेश की उपलब्धियों के बारे में बताया। लगभग सवा घंटे चली बैठक में मुख्यमंत्री ने केंद्र द्वारा विभिन्न मदों में जारी की गई राशि के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। इस दौरान कोरोना की स्थिति व टीकाकरण को लेकर भी चर्चा की गई। सीएम ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी मुलाकात की।

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मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश 2023 के रोडमैप के बारे में प्रधानमंत्री को दी जानकारी

मालूम हो, हाल ही में केंद्र सरकार ने रबी 2020-21 में 22 लाख मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन, बाढ़ संकट के दौरान 611 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता और कैम्पा निधि के अंतर्गत 860 करोड़ रुपये राज्य सरकार को जारी किए हैं। चौहान ने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश 2023 के रोडमैप के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा- रोडमैप में आत्मनिर्भर एमपी के विकास को समाहित किया गया

उन्होंने बताया कि रोडमैप नीति आयोग के सहयोग एवं विशेषज्ञों, संयुक्त राष्ट्र की संस्थाओं के प्रतिनिधियों, शिक्षाविदों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई चरणों में किए गए मंथन के बाद तैयार की गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने रोडमैप की प्रति भी प्रधानमंत्री को भेंट की। चौहान ने बताया कि रोडमैप में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के सर्वागीण एवं समावेशी विकास को समाहित किया गया है। इसमें अधोसंरचना, सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा अर्थव्यवस्था एवं रोजगार के लिए दीर्घकालीन, मध्यकालीन और अल्पकालीन लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।

अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने का मिले मौका

चौहान ने प्रधानमंत्री को कोविड काल में आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने और उपभोक्ता खपत को ब़़ढाने में राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से भी अवगत कराया। साथ ही प्रदेश में कोविड की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण से जु़़डी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य एवं जिला स्तर पर कोविड-19 के टीकाकरण के समन्वय के लिए समितियां गठित की गई हैं तथा राज्य में अनुभाग स्तर पर पर्यवेक्षण एवं समन्वय के लिए अनुविभागीय अधिकारियों की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा- प्राथमिकता के आधार पर टीका लगना चाहिए

बाद में मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि बुजुर्गो, कोरोना संक्रमित हो चुके और कोरोना से बचाव में लगे चिकित्साकर्मी, डॉक्टर, पुलिसकर्मियों को तो टीका लगे, लेकिन जो लोग स्वस्थ हैं खासकर युवा वर्ग, वे खुद आगे आएं कि हमें बाद में टीका लगाया जाए। वैसे ही जहां भौगोलिक दृष्टि से संक्रमण ज्यादा है। उन इलाकों को प्राथमिकता देनी चाहिए। प्रदेश को अधिक राहत देने का आग्रह चौहान ने पत्रकारों को बताया कि मध्य प्रदेश में राजस्व कम आया है। जीडीपी पर एक फीसद अतिरिक्त लोन लेने की मंजूरी देने पर भी चर्चा हुई। प्रदेश में अतिवृष्टि और कीटव्याधि से फसलों को जो नुकसान हुआ है, इसमें प्रदेश को और अधिक राहत देने का आग्रह किया।


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