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केरल के सीएम बोले, सीएए विरोधी प्रदर्शनों में SDPI की घुसपैठ; इस्लामी कट्टरपंथियों ने मुद्दों को भटकाया

केरल के सीएम विजयन ने SDPI की गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे कट्टरपंथी संगठन ही लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 07:19 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 07:33 PM (IST)
केरल के सीएम बोले, सीएए विरोधी प्रदर्शनों में SDPI की घुसपैठ; इस्लामी कट्टरपंथियों ने मुद्दों को भटकाया
केरल के सीएम बोले, सीएए विरोधी प्रदर्शनों में SDPI की घुसपैठ; इस्लामी कट्टरपंथियों ने मुद्दों को भटकाया

तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शनों में कट्टरपंथी संगठनों जैसे एसडीपीआइ की घुसपैठ के प्रति सचेत किया है। उन्होंने कहा कि उनकी वामदल सरकार समाज को सांप्रदायिक रूप देने की किसी भी कोशिश की इजाजत नहीं दे सकती है।

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विधानसभा की कार्यवाही में मुख्यमंत्री विजयन के कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का जिक्र करने से कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन (UDF) से वामदलों की एलडीएफ सरकार का वाक-युद्ध छिड़ गया। लेकिन विजयन ने एसडीपीआइ की गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे कट्टरपंथी संगठन ही लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही यह संगठन प्रदर्शन के नाम पर कुछ स्थानों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में दिक्कतें खड़ी कर रहा है। दरअसल, कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SPDI) एक राजनीतिक दल है जो विवादास्पद इस्लामिक संगठन इस्लामिस्ट पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से संबद्ध है।

एसडीपीआइ ने घोला जहर

केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने एसडीपीआइ की गतिविधियों पर तीखे प्रहार कर यूडीएफ की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज किया है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि उनकी सरकार ने उन लोगों के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज नहीं किया है जो सीएए विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं। सरकार ने कानून सम्मत तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। महल समितियों की ओर से आयोजित प्रदर्शन भी शांतिपूर्ण रहे। उन्होंने बताया कि दक्षिणी राज्य में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कई हिंसक घटनाएं हुई हैं। इनमें अधिकांश प्रदर्शनों में एसडीपीआइ ने जहर घोला है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के संज्ञान में यह बात लाई गई है कि एसडीपीआइ के सदस्य कई जगहों पर इन प्रदर्शनों में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं और वहां मुद्दों को भटकाने का काम कर रहे हैं। वह नासिर्फ हिंसा में लिप्त हैं, बल्कि लोगों को बांटने में भी लगे हुए हैं और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।

विधानसभा में छिड़ा वाकयुद्ध

मुख्यमंत्री विजयन के एसडीपीआइ का नाम विधानसभा में लेने से विपक्षी गठबंधन और सत्तारूढ़ दल में वाकयुद्ध छिड़ गया। विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सीएम विजयन ने पूछा, 'एसडीपीआइ का नाम लेने से विपक्ष भड़क क्यों रहा है? क्या वह कहना चाहते हैं कि मैं एसडीपीआइ और कट्टरवाद के बारे में बात नहीं कर सकता।' सीएम ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने हदें पार कर दी हैं और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।

सरकार राज्यपाल को वापस बुलाने का नोटिस नहीं दे सकती : सीएम

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि सरकार किसी ऐसे नोटिस का समर्थन नहीं कर सकती है, जिसमें विपक्ष ने राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान को वापस बुलाने के लिए प्रस्ताव लाने को कहा हो।

केरल विधानसभा को संबोधित करते हुए विजयन ने कहा कि भला सरकार कैसे राज्यपाल को वापस बुलाने के लिए कह सकती है? वह भी सिर्फ इसलिए कि उन्होंने अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सरकार का रुख साफ है। हम राज्यपाल के खिलाफ किसी प्रस्ताव का समर्थन सिर्फ इसलिए नहीं कर सकते क्योंकि उन्होंने सीएए के समर्थन में अपनी राय दी है। हालांकि विजयन ने यह भी कहा कि वह नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान की राय से सहमत नहीं हैं।


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