Move to Jagran APP

सीजेआई ने उठाया बड़ा कदम, दुष्कर्म मामलों में त्वरित न्याय के लिए दो जजों की कमेटी गठित

मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने हैदराबाद जैसे दुष्कर्म मामलों के मुकदमों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 16 Dec 2019 10:16 PM (IST)Updated: Mon, 16 Dec 2019 10:16 PM (IST)
सीजेआई ने उठाया बड़ा कदम, दुष्कर्म मामलों में त्वरित न्याय के लिए दो जजों की कमेटी गठित
सीजेआई ने उठाया बड़ा कदम, दुष्कर्म मामलों में त्वरित न्याय के लिए दो जजों की कमेटी गठित

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दुष्कर्म की बढ़ती घटनाएं और अदालत में वर्षों लंबित न्याय पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने संज्ञान लिया है। मुख्य न्यायाधीश ने देश भर में दुष्कर्म के लंबित मुकदमों के शीघ्र निस्तारण और चुस्त निगरानी के लिए सुप्रीम कोर्ट के दो न्यायाधीशों की कमेटी गठित की है।

loksabha election banner

कमेटी में होंगे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एमआर शाह और सुभाष रेड्डी

मुकदमों के जल्द निपटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस सुभाष रेड्डी की दो सदस्यीय कमेटी गठित की है।

सीजेआई ने गठित की दो जजों की निगरानी कमेटी

सूत्र बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने प्रशासनिक स्तर पर लिए गए निर्णय में दो न्यायाधीशों की यह निगरानी कमेटी गठित की है।

निगरानी कमेटी हाईकोर्ट के साथ समन्वय करके दुष्कर्म के मुकदमों का करेगी त्वरित निपटारा

यह कमेटी संबंधित उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के साथ समन्वय करके यह प्रयास करेगी कि दुष्कर्म के मुकदमे का ट्रायल एक वर्ष में निपटा दिया जाए। जिला अदालतें हाईकोर्ट के आधीन होती हैं ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की कमेटी संबंधित हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के साथ समन्वय करके दुष्कर्म के मुकदमों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने की निगरानी करेगी।

हैदराबाद दुष्कर्म केस पर बोबडे ने कहा था- न्याय और बदले में अंतर है

मालूम हो कि महिला डाक्टर से दुष्कर्म और हत्या कर शव जलाने वाले चार आरोपियों के हैदराबाद में पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा था कि न्याय और बदले में अंतर है।

बोबडे ने दुष्कर्म जैसे मुकदमों का शीघ्र निपटारा के लिए उठाया कदम

न्याय तत्काल नहीं हो सकता, लेकिन मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने हैदराबाद में महिला डाक्टर से दुष्कर्म और हत्या कर शव जलाने के बाद ही ऐसे मुकदमों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.