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Citizenship Amendment Bill: दस बिंदुओं में जानें, विपक्ष को दिया गया अमित शाह का जवाब

Citizenship Amendment Bill बिल पर वोटिंग से पहले गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष की ओर से उठाए गए सारे सवालों का खुलकर जवाब दिया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 10:39 PM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 01:10 AM (IST)
Citizenship Amendment Bill: दस बिंदुओं में जानें, विपक्ष को दिया गया अमित शाह का जवाब
Citizenship Amendment Bill: दस बिंदुओं में जानें, विपक्ष को दिया गया अमित शाह का जवाब

नई दिल्ली, जेएनएन। नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill 2019) बुधवार को राज्यसभा में भी पास हो गया। विधेयक के पक्ष में 125, जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े। राज्यसभा में इस पर करीब 8 घंटे तक बहस हुई। नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में पास होने के बाद बुधवार को राज्यसभा में प्रस्तुत किया गया। बिल पर चर्चा के दौरान विपक्षी नेताओं ने इसपर कई तरह के सवाल उठाए गए। बिल पर वोटिंग से पहले गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष की ओर से उठाए गए सारे सवालों का जवाब दिया। दस खास बिंदुओं में जानिए राज्यसभा में अमित शाह का दिया गया पूरा भाषण। 

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1. अमित शाह ने कहा कि हम चाहते तो आपकी तरह से चुपचाप सत्ता का सुख भोग सकते थे। लेकिन मोदी सरकार सत्ता का सुख भोगने के लिए नहीं, देश की समस्याओं का समाधान करने के लिए आई है। चुनाव साढ़े चार साल बाद है, इसके बावजूद हम लगातार काम कर रहे हैं।

2. अमित शाह ने कहा कि आप महात्मा गांधी की बार-बार दुहाई दे रहे हैं। लेकिन 1947 में बंटवारे के बाद एक प्रार्थना सभा में खुद गांधीजी ने कहा कि पाकिस्तान में रह गए हिंदू और सिख चाहें तो आ सकते हैं और भारत को उनकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

3. आप मुझे आइडिया ऑफ इंडिया मत सिखाइये। हम सात पुश्तों से यही हैं। यहीं जन्मे हैं और यहीं मरेंगे। जिनको सिखाना है उनको जाकर आइडिया ऑफ इंडिया सिखाइये।

4. उन्होंने कहा कि आपके दिये जख्मों के कारण लोग खुलकर शरणार्थी नहीं बताते थे। संशोधन पास होने के एक साल बाद देखियेगा, निर्भीक होकर करोड़ लोग सामने आएंगे। आप भी यहीं रहेंगे, हम भी यहीं रहेंगे।

5. शिवसेना किस तरह से रंग बदलती है। रातोंरात क्या हुआ कि सुर बदल गए। कल लोकसभा में विधेयक का समर्थन किया और रुख अलग है।

6. अमित शाह ने कहा कि आपने विवेकानंद के शिकागो सम्मेलन में प्रताडि़त यहूदी व पारसी शरणार्थियों को शरण देने का जिक्र करने की बात कही। यहूदी और पारसी की तरह पड़ोसी देशों में प्रताडि़त अल्पसंख्यकों को शरण दे रहे हैं। फिर विरोध क्यों कर रहे हैं।

7.  अमित शाह बोले कि मैं साफ कर देता हूं कि यह विधेयक पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में लागू होगा। केवल पूर्वोत्तर के वही प्रदेश बाहर हैं जिन्हें विशेष कारणों से छूट दी गई है।

8. अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार देश के संविधान पर भरोसा रखती है और मैं भरोसा दिलाता हूं कि यह देश कभी मुस्लिम मुक्त नहीं होगा। 

9. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के बयान और पाकिस्तान के नेताओं विशेषकर इमरान खान के बयान कई बार घुलमिल जाते हैं। दोनों के बयान एक जैसे हैं।

10. अमित शाह ने कहा कि इस बिल में मुसलमानों का कोई अधिकार नहीं जाता। ये नागरिकता देने का बिल है, नागरिकता लेने का बिल नहीं है। मैं सबसे कहना चाहता हूं कि भ्रामक प्रचार में मत आइए। इस बिल का भारत के मुसलमानों की नागरिकता से कोई संबंध नहीं है।


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