Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- जल्द सुलझेगा केन-बेतवा नदी जल बंटवारा विवाद

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की महत्वाकांक्षी केन-बेतवा लिंक परियोजना से पानी के बंटवारे का विवाद जल्द सुलझेगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 08:43 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 12:55 AM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- जल्द सुलझेगा केन-बेतवा नदी जल बंटवारा विवाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- जल्द सुलझेगा केन-बेतवा नदी जल बंटवारा विवाद

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की महत्वाकांक्षी केन-बेतवा लिंक परियोजना से पानी के बंटवारे का विवाद जल्द सुलझेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दैनिक जागरण-नईदुनिया के संग वेबिनार में यह उम्मीद जताई।

loksabha election banner

योगी ने कहा- कोरोना संकट न आता तो केन-बेतवा जल बंटवारा विवाद का समाधान हो गया होता

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि वे वर्ष 2005 में पानी बंटवारे को लेकर हुए समझौते पर कायम हैं। इस विवाद को सुलझाने को लेकर दोनों राज्यों के बीच संवाद जारी है। कोरोना संकट न आता तो इस विवाद का समाधान अब तक निकल गया होता। लगातार लॉकडाउन की वजह से इस विवाद पर मंथन कुछ समय के लिए टल गया था। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार के बाद प्राथमिकता से इस मामले को निपटाएंगे।

राम वनगमन पथ निर्माण भी गति पकड़ेगा, इससे पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा- योगी

मुख्यमंत्री ने राम वनगमन पथ को लेकर कहा कि इस पर मप्र सरकार का रुख सकारात्मक है। हमने पर्यटन बढ़ाने के इरादे से चित्रकूट को एक्सप्रेस-वे जोड़ा है। योगी आदित्यनाथ से पूछा गया था कि दोनों राज्यों के लिए महत्वपूर्ण केन-बेतवा परियोजना को लेकर यह प्रचारित किया गया था कि उत्तर प्रदेश सरकार इसे उस तरह से संचालित नहीं करना चाहती है, जैसा समझौता हुआ था।

योगी ने कहा- 2005 के करार को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया होती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं

जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केन-बेतवा नदियों को जोड़ने की परियोजना महत्वपूर्ण है। खासकर मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए इसका महत्व अधिक है। उन्होंने कहा कि 2005 के समझौते को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया होती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में इस मुद्दे पर भारत सरकार ने दोनों प्रदेशों के बीच समन्वय बनाकर प्रक्रिया को काफी तेजी के साथ आगे बढ़ाया है। कोरोना संकट नहीं होता तो हो सकता है इसका समाधान निकल गया होता।

केंद्र के साथ मिलकर दोनों राज्य सरकारें इस समस्या का समाधान निकाल लेंगी 

उन्होंने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार के साथ मिलकर दोनों राज्य सरकारें इस समस्या का समाधान निकाल लेंगी, क्योंकि पूरे बुंदेलखंड के लिए यह परियोजना महत्वपूर्ण है।

राम वनगमन पथ निर्माण योजना को आगे बढ़ाएंगे- योगी

भाजपा सरकार की एक अन्य महत्वाकांक्षी योजना राम वनगमन पथ निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ राम वनगमन पथ निर्माण कार्य को आगे बढ़ा रही है। हम लोगों ने इसलिए अयोध्या से श्रृंग्वेरपुर, चित्रकूट के कार्यो को अपनी कार्ययोजना का हिस्सा बनाया है। मध्य प्रदेश सरकार का भी इसमें सकारात्मक रुख है। हम जल्द ही मिलकर इसे आगे बढ़ाएंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए चित्रकूट में एयरपोर्ट भी बन रहा है। चित्रकूट को हमने एक्सप्रेस-वे के साथ जोड़ने की कार्रवाई भी प्रारंभ की है। यह परियोजना पर्यटन की ही संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए है, जिससे ढेर सारे पर्यटकों को वहां पर लाकर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर ब़़ढाए जा सकें।

मुख्यमंत्री शिवराज ने भी केन-बेतवा परियोजना पर दिखाया सकारात्मक रुख

जनहित में नीतिगत निर्णय करेंगी दोनों सरकारें: शिवराज केन-बेतवा परियोजना में आ रही अड़चन को दूर करने की दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दैनिक जागरण-नवदुनिया वेबिनार में जो उम्मीद जगाई, उस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सकारात्मक रुख दिखाया है। दरअसल, उन्होंने पिछले कार्यकाल में इस परियोजना को आगे ब़़ढाने में काफी तेजी दिखाई थी।

नदी जोड़ो अभियान अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का महत्वपूर्ण अभियान था 

अधिकारियों को दिल्ली भेजकर समाधान निकालने के लिए कई बैठकें कराई। यह परियोजना बुंदेलखंड के विकास से जुड़ी हुई है। उन्होंने 'नईदुनिया' से चर्चा में कहा कि दोनों सरकारें जनहित को मद्देनजर रखते हुए नीतिगत निर्णय करेंगी। नदी जोड़ो अभियान अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का महत्वपूर्ण अभियान था। मध्यप्रदेश में हमने क्षिप्रा-नर्मदा को मिलाकर एक सफल प्रयोग किया था। इसके अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। गंभीर और पार्वती नदी को भी जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। नदी जोड़ो अभियान से न सिर्फ नदियां प्रवाहमान होंगी, बल्कि सिंचाई क्षमता भी बढ़ेगी, जिससे खेती के साथ-साथ उद्योग-धंधों का भी विकास होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.