मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- धर्म के नाम पर समाज के लिए संकट बनने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
धर्म के नाम पर धोखेबाजी और समाज की शांति भंग करने वालों के लिए एमपी पूरे देश में उदाहरण बन रहा। लव जिहादियों के लिए कानूनी नकेल कसने का मसौदा तैयार करने के बाद अगला कदम पत्थरबाजों के हाथ बांधने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है।
भोपाल, स्टेट ब्यूरो। धर्म के नाम पर धोखेबाजी और समाज की शांति भंग करने वालों के लिए मध्य प्रदेश पूरे देश में उदाहरण बन रहा है। लव जिहादियों के लिए कानूनी नकेल कसने का मसौदा तैयार करने के बाद अगला कदम पत्थरबाजों के हाथ बांधने की दिशा में उठाया जा रहा कदम है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस बारे में खुलकर सरकार की मंशा बता दी है।
घायलों के लिए क्षतिपूर्ति राशि पत्थरबाजों से वसूलने का किया जाएगा प्रविधान
उन्होंने पत्थरबाजी करने वालों के लिए कानून बनाने की घोषणा करने के साथ कहा है कि इसमें घायल होने वालों के लिए क्षतिपूर्ति पत्थरबाजों से ही वसूली जाएगी। उनकी संपत्ति भी राजसात की जाएगी। इस कदम को समाज में शांति के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। हाल ही में उज्जैन और इंदौर जिले में श्रीराम मंदिर के निधि संग्रह के लिए निकाली जा रही जनजागरण रैली के दौरान वर्ग विशेष के लोगों ने पत्थरबाजी की थी। इसके बाद प्रशासन ने सख्ती के साथ उन स्थानों को ध्वस्त कर दिया, जहां से पत्थर फेंके गए। इसके बाद भाजपा नेताओं ने पत्थरबाजों के खिलाफ कानून बनाने संबंधी बयान दिए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा- पत्थरबाजों पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा
माना जा रहा है कि रणनीतिक तौर पर इस प्रकार के बयान दिए गए और जब समाज का रुख अनुकूल पाया गया तो मुख्यमंत्री ने भी इस पर सहमति देते हुए कानून बनाने की मंशा जाहिर कर दी। अब लगभग यह तय है कि निकट भविष्य में पत्थरबाजों पर कानूनी शिकंजा कस दिया जाएगा। कट्टर छवि बनाते शिवराज विधानसभा उपचुनाव में स्पष्ट बहुमत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर बदले हुए हैं। वे अपने फैसलों से सख्त प्रशासक के साथ कट्टर हिंदूवादी होने की ओर अग्रसर हैं। इससे पहले उनकी छवि उदार और समन्वय के साथ सरकार के फैसले लागू करने की रही है।
सांप्रदायिक घटनाओं के दौरान कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति पर चलती है
माना जाता है कि सांप्रदायिक घटनाओं के दौरान कांग्रेस अपनी कथित तुष्टिकरण की नीति पर चलती है। उज्जैन की घटना के बाद भी कांग्रेस विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देकर न्यायिक जांच की मांग की। कांग्रेस के इस रुख के बीच शिवराज ने स्पष्ट लाइन लेते हुए बहुसंख्यकों पर हुए हमलों पर प्रशासन की कार्रवाई को सहमति दी।
संपत्ति को बनाएंगे निशाना
पत्थरबाजी से समाज में तनाव पैदा होता है। अभी तक ऐसे लोगों पर सामान्य सजा और जुर्माने का प्रविधान है। संभावित कानूनी बदलाव में यह व्यवस्था रहेगी कि घायल होने वाले के लिए क्षतिपूर्ति पत्थरबाजों से वसूली जाएगी। साथ ही उन मकानों और संस्थाओं को अधिग्रहित किया जाएगा, जहां से पथराव हुआ है। मुख्यमंत्री भी यह स्पष्ट कर चुके हैं। संपत्ति के नुकसान के एवज में वसूली होने से पत्थरबाजी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
धर्म के नाम पर अशांति फैलाने की अनुमति नहीं
मध्य प्रदेश में धर्म के नाम पर बांटकर अशांति फैलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। चाहे लव के नाम पर जिहाद हो या पत्थरबाजी की घटनाएं, ऐसे मुद्दों पर हमारी सरकार आवश्यक कानून बना रही है- वीडी शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा।
मैं अभी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा: मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि मैं अभी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा।कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वैक्सीनेशन जल्द शुरू होना है। इसकी तैयारी पूरी करें और तय मापदंडों के हिसाब से जिन्हें पहले जरूरत है, उन्हें टीका लगवाएं। वैक्सीन पहले दूसरों को लगना चाहिए। हम तो बाद में भी लगवा लेंगे।