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EVM में गड़बड़ी पर चुनाव आयोग को देनी पड़ी सफाई, 85 ट्वीट का EC ने दिया जवाब

evm में गड़बड़ी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने सफाई दी है कि सभी इवीएम सुरक्षित और मुहरबंद हैं। उन्हें पुलिस बल व राजनीतिक दलों की संयुक्त निगरानी में रखा गया है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 12:31 PM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 12:31 PM (IST)
EVM में गड़बड़ी पर चुनाव आयोग को देनी पड़ी सफाई, 85 ट्वीट का EC ने दिया जवाब
EVM में गड़बड़ी पर चुनाव आयोग को देनी पड़ी सफाई, 85 ट्वीट का EC ने दिया जवाब

भोपाल,(जेएनएन)। मध्य प्रदेश के सागर, सतना, खरगोन में चुनाव के 48 घंटे बाद स्ट्रांग रूम में इवीएम मशीनें जमा करने के वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर चले वीडियो वार ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) कार्यालय को सफाई देने पर मजबूर कर दिया।

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मामले में भारत निर्वाचन आयोग ने नाराजगी व्यक्त की तो कार्यालय ने शनिवार को 85 लोगों के ट्वीट को री-ट्वीट किया है। कार्यालय ने सफाई दी है कि सभी इवीएम सुरक्षित और मुहरबंद हैं। उन्हें पुलिस बल व राजनीतिक दलों की संयुक्त निगरानी में रखा गया है।

आयोग के निर्देश पर नायब तहसीलदार निलंबित 

वहीं, सागर के खुरई में बगैर नंबर प्लेट की गाड़ी में ईवीएम मशीनें ले जाने के मामले में चुनाव आयोग के निर्देश पर सागर कमिश्नर ने संबंधित नायब तहसीलदार राजेश मेहरा को निलंबित कर दिया है। चुनाव के 48 घंटे बाद स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीनें जमा करने के वीडियो शुक्रवार रात से वायरल हुए। इन्हें लेकर विधानसभा चुनाव की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होने लगे।

सिंधिया के आरोप का चुनाव आयोग ने दिया जवाब

कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को ट्वीट कर इन घटनाओं को जोड़ते हुए गड़बड़ी की आशंका जताई थी। साथ ही भारत निर्वाचन आयोग से इस संबंध में सख्त कदम उठाने की मांग की थी। इसके बाद सीईओ कार्यालय ने सिंधिया के ट्वीट को हैसटेग करते हुए सफाई दी है और विश्वास दिलाया है कि सभी ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं। जिस पर सिंधिया ने कार्यालय को धन्यवाद भी दिया है।

सांसद और एआईसीसी विधि विभाग के अध्यक्ष विवेक तन्खा ने ट्वीट करके तंज कसा है कि यह पहली बार सुनने में आ रहा है कि इवीएम मतदान के बाद भी पुलिस स्टेशन में सुरक्षित रखी जा सकती है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में कहा है कि यह भाजपा की बौखलाहट है।

कलेक्टरों ने कहा - कोई गड़बड़ी नहीं

बगैर नंबर प्लेट की गाड़ी से ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम में शिफ्ट करने का वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में सीईओ ने सागर कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी थी। कलेक्टर ने रिपोर्ट दे दी है। इसमें किसी भी गड़बड़ी की आशंका से इनकार किया गया है। कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ये इवीएम रिजर्व वाली थी, इसलिए किसी तरह की गड़बड़ी का सवाल ही पैदा नहीं होता है। इस मामले में इवीएम मशीनें जमा कराने वाले अफसर को नोटिस जारी किया गया है, उसकी वजह बिना नंबर वाली गाड़ी का उपयोग करना है। सीईओ कार्यालय का कहना है कि बगैर नंबर प्लेट की यह गाड़ी खुरई नगर परिषद की है।

सतना, खरगोन में भी गड़बड़ी नहीं

सतना और खरगोन कलेक्टर ने भी रिपोर्ट में गड़बड़ी से इनकार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक बिना उपयोग वाली मशीनें थी। भोपाल में कंट्रोल रूम के बाहर लगी एलईडी कुछ देर बंद रहने के मामले में कलेक्टर ने रिपोर्ट दी है। इसमें उन्होंने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है। राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने बिजली गुल होने के कारण एलईडी बंद होने की शिकायत करते हुए गड़बड़ी की आशंका जताई थी।

अनूपपुर में हंगामा

अनूपपुर जिला मुख्यालय पर बने स्ट्रांग रूम में रखने के लिए एक बस से 30 से अधिक ईवीएम कोतमा से शनिवार शाम लाई गई थीं। यह सूचना मिलते ही कांग्रेसियों ने पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंचकर बस को रोक लिया और हंगामा करने लगे। इस बारे में रिटर्निग ऑफिसर मिलिंद नागदेवे का कहना है कि ये रिजर्व में रखी 30 मशीनें थीं। इन सभी मशीनों का इस्तेमाल चुनाव में नहीं किया गया है।

ईवीएम में हेरफेर के प्रयासों की आशंका पर आयोग पहुंची कांग्रेस

वहीं कांग्रेस ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव के बाद ईवीएम में हेरफेर की कोशिशों की आशंका जाहिर करते हुए चुनाव आयोग से स्ट्रांग रूम की फूल-प्रूफ सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। पार्टी ने चुनाव के दो दिन बाद संदेहास्पद ईवीएम मशीनों के मतगणना केंद्र के पास ले जाए जाने की कुछ घटनाओं का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि चुनाव में अपनी हार तय देख रही भाजपा अब इवीएम में हेरफेर कर चुनाव नतीजे को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने चुनाव आयोग को आगाह किया कि वह लोकतंत्र में चुनाव की पारदर्शिता को प्रभावित करने के प्रयासों की जांच करे। इसे तत्काल नहीं रोका तो कांग्रेस दूसरे विकल्पों पर भी विचार करेगी।


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