Chhattisgarh Byelection 2020: अमित जोगी की पार्टी जकांछ ने भाजपा को दिया समर्थन
अमित जोगी ने पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं के निर्णय पर सहमति जताते हुए समर्थकों कार्यकर्ताओं और मरवाही के मतदाताओं से मार्मिक अपील की है। उन्होंने पिता अजीत जोगी के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाने कहा है।
बिलासपुर, राज्य ब्यूरो। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने शुक्रवार की देर रात मरवाही उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी डा. गंभीर सिंह को समर्थन देने की घोषणा कर दी। इसके पीछे जकांछ विधायक दल के नेता व लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह तथा पूर्व विधायक आरके राय की पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के साथ हुई बैठक को अहम बताया जा रहा है। राय ने बैठक के बाद भाजपा प्रत्याशी को समर्थन के संकेत दिए थे। अमित ने पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं के निर्णय पर सहमति जताते हुए समर्थकों, कार्यकर्ताओं और मरवाही के मतदाताओं से मार्मिक अपील की है। उन्होंने पिता अजीत जोगी के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाने कहा है। कांग्रेस की तरफ से डा. कृष्ण कुमार ध्रुव चुनाव मैदान में हैं।
मरवाही उपचुनाव से पहले भाजपा उम्मीदवार डा. गंभीर सिंह के पक्ष में बड़ा फैसला
मरवाही विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को समर्थन देने का एलान अमित ने ट्वीट कर किया है। इसके बाद से ही प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। अमित ने ट्वीट कर कहा कि मुझे मेरे विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह और विधायक दल के सचिव राजेंद्र राय ने जानकारी दी कि उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी डा. गंभीर सिंह का समर्थन करने का निर्णय लिया है। प्रमोद शर्मा और अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता भी इस बात पर अपनी सहमति दे चुके हैं। भाजपा के किसी नेता से मेरी इस संबंध में सीधे संवाद नहीं हुई है, पर मैं अपनी पार्टी के नेताओं की इस राय से पूर्ण रूप से सहमत हूं।
स्थायी समझौता नहीं
अमित ने साफ किया है कि मेरा अपना मानना है कि वैचारिक रूप से क्षेत्रीय दल और राष्ट्रीय दल में स्थायी समझौता संभव नहीं है, बशर्ते कि राष्ट्रीय दल हमारी स्वराज की भावना का सम्मान करे। किंतु वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जब कांग्रेस ने मेरे स्व पिताजी अजीत जोगी के अपमान को अपने प्रचार का मुख्य केंद्र—बिंदु बना ही लिया है और मेरे परिवार को चुनाव के मैदान से छलपूर्वक बाहर कर दिया है, तो ऐसी परिस्थिति में मुझे मेरे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का निर्णय स्वाभाविक और सर्वमान्य लगता है। वैसे भी मुझे पूरी उम्मीद है कि ये उपचुनाव न्यायपालिका में चुनाव याचिका की कसौटी में स्वमेव एक साल के भीतर स्थगित हो जाएगा और मरवाही की जनता को अपनी इच्छा अनुसार विधायक चुनने का अवसर एक बार फिर जरूर मिलेगा।
एकमात्र विकल्प
अमित ने कहा कि मेरे सामने एक ही विकल्प है, मेरे पिता को अपमानित कर रहे कांग्रेस के लोगों के विरद्घ में वोट देने मरवाही के मेरे परिवार से हाथ जोड़कर न्याय देने की अपील करता हूं।