आंध्र के सीएम जगनमोहन रेड्डी पर आरोप, 10 वीं कक्षा के पेपर लीक में फंस थे
एक कैबिनेट बैठक के दौरान एक निर्णय को सर्वसम्मति से सभी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम संस्थानों में परिवर्तित करने की मंजूरी दी गई।
नेल्लोर, एएनआइ। टीडीपी महासचिव नारा लोकेश ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी दसवीं कक्षा की परीक्षा में एक पेपर लीक में पकड़े गए थे।
वह वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा हाल ही में सभी सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में बदलने के फैसले पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
नारा लोकेश ने कहा, 'आप जानते हैं कि जगनमोहन रेड्डी ने क्या पढ़ाई की? वे कहते हैं कि उन्होंने कुछ बीए या बी.कॉम की पढ़ाई की है। क्या आप जानते हैं कि वह पास हुए हैं या नहीं। वह 10 वीं कक्षा के पेपर लीक में पकड़े गए थे। ऐसे लोग आज उपदेश दे रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही बताया था कि अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा होनी चाहिए लेकिन माता-पिता को यह तय करने का विकल्प दिया जाना चाहिए कि उनका बच्चा किस माध्यम में अध्ययन करेगा।'
आंध्र प्रदेश सरकार ने 13 नवंबर को IAS अधिकारी वेटरी सेल्वी को शैक्षणिक वर्ष 2020-2021 से क्लास 1 से 12 में शिक्षा के माध्यम के रूप में अंग्रेजी शुरू करने की परियोजना के लिए विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त किया। एक कैबिनेट बैठक के दौरान, एक निर्णय को सर्वसम्मति से सभी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम संस्थानों में परिवर्तित करने की मंजूरी दी गई। अब तक, सरकार द्वारा संचालित 34 फीसदी स्कूल राज्य में अंग्रेजी माध्यम संस्थान के रूप में चल रहे हैं।
अगले शैक्षणिक वर्ष से, सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 तक के छात्रों को केवल अंग्रेजी में पढ़ाया जाएगा। धीरे-धीरे, 6 से ऊपर के ग्रेड भी अंग्रेजी माध्यम संस्थानों में परिवर्तित हो जाएंगे। परियोजना को निष्पादित करने के लिए, राज्य सरकार ने सेल्वी को एक विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया है।