CBI विवाद: सीवीसी सरकार के हाथों बने कठपुतली, तत्काल बर्खास्त करें: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता अभिेषेक मनु सिंघवी ने कहा कि CVC KV Chowdary को बर्खास्त किया जाना चाहिए या उनके इस्तीफे की निविदा जारी करनी चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सीबीआइ प्रमुख आलोक वर्मा के निष्कासन को लेकर अभी विवाद थमा भी नहीं है कि कांग्रेस ने सरकार से मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) को हटाने की मांग कर दी है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सीवीसी पूरी तरह से मोदी सरकार के हितों को ध्यान में रख कर काम कर रहे हैं, ऐसे में उन्हें इस पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। सरकार को या तो सीवीसी केवी चौधरी को बर्खास्त कर देना चाहिए या उन्हें स्वयं इस्तीफा देना चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि सीवीसी मोदी सरकार के लिए एक एजेंट और एक नौकर के तौर पर काम कर रहे हैं। वे काले कारनामा करने के लिए एक वकील बन गये हैं और वह सरकार को फायदा पहुंचाने के लिए सीबीआइ के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के लॉबिस्ट के तौर पर काम कर रहे हैं। सरकार ने राफेल की जांच से बचने के लिए सीवीसी को कठपुतली बना दिया है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि वह तथ्यो पर आधारित पार्टी के विचारों को सामने रख रहे थे, जोकि सीबीआइ विवाद के संबंध में प्रेस में सामने आए हैं।
सिंघवी ने कहा कि सीबीआइ के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा पर सरकार की पूरी साजिश का भंडाफोड़ हो गया है। न्यायाधीश (सेवानिवृत) एके पटनायक का यह दावा कि उन्होंने आलोक वर्मा के खिलाफ सीवीसी की रिपोर्ट देखी ही नहीं है, अपने आप में पूरी स्थिति बताता है। जबकि सरकार ने इस रिपोर्ट के आधार पर ही वर्मा को ट्रांसफर करने का फैसला किया है।