Hate Speech: ओवैसी और कपिल मिश्रा समेत तीन के खिलाफ मामला दर्ज
कथित दंगा भड़काने के आरोप में एआइएमआइएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी वारिस पठान और भाजपा नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है।
हैदराबाद, एएनआइ। दो समुदायों के बीच कथित दंगा भड़काने के आरोप में एआइएमआइएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान और भाजपा नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है। गुरुवार को बालकिशन राव नामदारी द्वारा शिकायत दर्ज की गई थी।
इससे पहले दिल्ली हिंसा मामले में भाजपा नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के खिलाफ दायर याचिका पर राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने आदेश 23 अप्रैल के लिए टाल दिया है।
गौरतलब है कि शेख मुज्तबा फारुख समेत 10 लोगों ने उत्तर पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी। याचिका में भाजपा नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के अलावा उन सभी लोगों पर तत्काल मामला दर्ज करने की मांग की थी।
बता दें कि 22 जनवरी को नागरकिता संशोधन कानून के खिलाफ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे रोड पर प्रदर्शन कर रही थी। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने जाफराबाद और चांद बाग में रोड बंद किए जाने के खिलाफ बयान दिया था। उन्होंने पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। कपिल मिश्रा ने कहा कि अगर रोड नहीं खुलवाए जाते हैं तो अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे के बाद वे इसके खिलाफ सड़क पर उतरेंगे।
हिंदू सेना की वारिस पठान समेत कांग्रेस और आप के खिलाफ कार्रवाई की मांग
उधर हिंदू सेना की ओर से हाइकोर्ट में याचिका दायर कर एआइएमआइएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, आप नेता मनीष सिसोदिया और अमानतुल्लाह खान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
याचिका में अकबरुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान, सोनिया, गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, आप नेता मनीष सिसोदिया और अमानतुल्लाह खान पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। बता दें कि वारिस पठान ने कुछ दिनों पहले एक रैली में विवादित बयान देते हुए कहा था कि हम 15 करोड़ हैं मगर 100 करोड़ के ऊपर भारी पड़ेंगे। जिसपर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। वारिस को कालाबुरागी पुलिस ने नोटिस जारी कर 8 मार्च को जांच कार्यालय के सामने पेश होने और अपना बयान देने का निर्देश दिया था।