दलित दंपती की पिटाई का मामला: NCW ने मध्य प्रदेश पुलिस को तेज, निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कहा
गुना के जिलाधिकारी आईजी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। मुख्यमंत्री ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। गुना में दलित दंपती की पुलिस द्वारा कथित तौर पर पिटाई के मामले में एनसीडब्ल्यू ने मध्य प्रदेश पुलिस को मामले में 'तेज और निष्पक्ष' जांच सुनिश्चित करने के लिए कहा है। बता दें कि गुना के जगनपुर क्षेत्र में एक सरकारी मॉडल कॉलेज के निर्माण के लिए निर्धारित सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने गई पुलिस ने कथित तौर पर दलित दंपती की पिटाई की। दंपति ने मंगलवार को इस मुहिम के विरोध में कीटनाशक पी लिया।
इस घटना ने देशभर में व्यापक आक्रोश पैदा किया हुआ है और कार्रवाई के लिए जनता मांग कर रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि वह इस घटना को लेकर गंभीर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि गुना शहर में एक दलित दंपती को सरकारी जमीन से हटाया गया था। इसके बाद उसने कीटनाशक पी लिया। हालांकि, वायरल एक वीडियो में पुलिस को उस शख्स को बेरहमी से पीटते हुए दिखा गया। वह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखी गई। जिसको लेकर मध्य प्रदेश पर कार्रवाई की मांग उठी।
NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को लिखे एक पत्र में कहा, 'आयोग इस घटना और रिपोर्ट की गई पुलिस की बर्बरता के बारे में गंभीरता से चिंतित है।' उन्होंने आगे कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए, आयोग को घटनाओं की वास्तविक प्रकृति के बारे में अवगत कराया जाना चाहिए और इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए और एक आयोग को एक प्रारंभिक तिथि पर रिपोर्ट भेजनी चाहिए।
इस मामले में कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (SP) का ट्रांसफर कर दिया। राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने बताया कि इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने गुना के जिलाधिकारी, आईजी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। मुख्यमंत्री ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि घटना के एक कथित वीडियो में पुलिस को आदमी को बेरहमी से डंडों से मारते हुए दिखाया गया और उसकी पत्नी और अन्य लोग उसे बचाने की कोशिश कर रहे थे।