भड़काऊ भाषण को लेकर असदुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान और कपिल मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज
एमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी वारिस पठान और कपिल मिश्रा के खिलाफ विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्यता पैदा करने का मामला दर्ज किया गया है।
हैदराबाद, एएनआइ। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआइएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान और कपिल मिश्रा के खिलाफ विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्यता पैदा करने का मामला दर्ज किया गया है। मुगलपुरा पुलिस के मुताबिक, इंकलाब-ए-मिल्लत के सदस्य बालकृष्ण राव नामधारी ने शिकायत दर्ज कराई थी।
सीएए विरोधी सभा में भड़काऊ भाषण दिया
शिकायत में आरोप लगाया है कि एमआइएम नेता वारिस पठान ने कर्नाटक के कलबुर्गी में सीएए विरोधी सभा में भड़काऊ भाषण दिया था। उस समय पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी वहां मौजूद थे। भड़काऊ भाषण से सांप्रदायिक टकराव पैदा हो सकता था और दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क सकती थी।
भड़काऊ भाषण से शुरू हुई हिंसा
पुलिस ने कहा है कि नामधारी ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में सीएए के समर्थन में भीड़ जुटने के बाद सीएए-समर्थक और विरोधी गुटों के बीच हिंसा शुरू हो गई। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने आइपीसी की धारा 153, 153-ए, 117, 295-ए और 120 बी के तहत शिकायत दर्ज कर ली है।
ज्ञात हो कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली में जमकर हिंसा भड़की थी। इसके पहले राजनीतिक दलों के नेताओं के भड़काऊ बयान सामने आए थे। हाल ही में संसद के लोकसभा और राज्यसभा में भी भड़काऊ बयानों (Hate Speech) को लेकर पक्ष विपक्ष के बीच जमकर बहस हुई थी।
संसद ने कपिल मिश्रा पर साधा था निशाना
दिल्ली में हिंसा भड़कने के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वे पुलिस के सामने बयान दे रहे थे। इसे विपक्ष ने दंगे भड़काने के लिए उकसाने वाली बयानबाजी बताई गई थी। इस मामले पर दिल्ली में राजनीति भी गरमाई थी। संसद में हाल में दिल्ली हिंसा को लेकर हुई चर्चा में भी विपक्ष ने कपिल मिश्रा पर निशाना साधा था, वहीं केंद्र सरकार ने उनका बचाव करते हुए सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, असदुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान सहित अन्य के बयानों का जिक्र किया था।