MP Politics: पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत 50 कांग्रेस नेताओं पर दर्ज हुई एफआइआर
पुलिस द्वारा दर्ज एफआइआर में कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया गया है कि महामारी के दौरान उन्होंने भीड़ जमा की और लोगों का रास्ता रोका।
भोपाल, जेएनएन। पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि के खिलाफ बुधवार को कांग्रेस की साइकल रैली के दौरान नियमों के उल्लंघन को लेकर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत 150 पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। शहर की टीटीनगर पुलिस द्वारा दर्ज एफआइआर में कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया गया है कि महामारी के दौरान उन्होंने भीड़ जमा की और लोगों का रास्ता रोका।
पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी संजीव चौकसे के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया और भीड़ जमा की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा और उनके सैकड़ों समर्थक मौजूद थे।
ज्ञापन सौंपकर खत्म किया विरोध प्रदर्शन
साइकल पर सवार होकर निकले रैली दौरान भोपाल के रोशनपुरा चौराहे से मुख्यमंत्री निवास तक कांग्रेस नेता साइकिल से रवाना हुए, लेकिन न्यू मार्केट रोड पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। इसके बाद कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर विरोध-प्रदर्शन खत्म कर दिया।
मीडिया से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि 2008 में जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, तब शिवराज सिंह चौहान ने पेट्रोलियम की बढ़ती कीमतों को लेकर सीएम हाउस से मंत्रालय तक साइकिल से सफर तय करने का नाटक किया था। अब मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं? यदि वह जनता के हितैषी हैं तो उन्हें केंद्र सरकार के खिलाफ खड़े होना चाहिए। जनता को राहत देने का काम करना चाहिए।
मप्र में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल
कमल नाथ उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मध्य प्रदेश सहित देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बढ़ने पर चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि देश में सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल-डीजल मध्य प्रदेश में है। विपक्ष में रहते हुए मूल्य वृद्धि का विरोध करने वाले आज गायब और मौन हैं। केंद्र और राज्य सरकार इस संकट काल में पेट्रोल-डीजल पर लगे करों में कमी कर जनता को राहत प्रदान करें।