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लोगों को गले लगाकर ही लगवाया जा सकता है 'जय श्रीराम' का उद्घोष : नकवी

मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना को बताया जघन्य अपराध।

By Nitin AroraEdited By: Published: Tue, 25 Jun 2019 08:59 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jun 2019 08:59 PM (IST)
लोगों को गले लगाकर ही लगवाया जा सकता है 'जय श्रीराम' का उद्घोष : नकवी
लोगों को गले लगाकर ही लगवाया जा सकता है 'जय श्रीराम' का उद्घोष : नकवी

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने झारखंड में मॉब लिंचिंग (उन्मादी भीड़ की हिंसा) की घटना को जघन्य अपराध करार दिया है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि लोगों का गला दबाकर नहीं, बल्कि उन्हें गले लगाकर ही 'जय श्रीराम' का उद्घोष लगवाया जा सकता है।

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मालूम हो कि झारखंड में चोरी के आरोपित एक 24 वर्षीय युवक तरबेज अंसारी की भीड़ ने पीट पीटकर हत्या कर दी थी। उसे 'जय श्रीराम' और 'जय हनुमान' का उद्घोष करने के लिए भी मजबूर किया गया था।

हज में प्रतिनियुक्ति पर तैनात होने वाले कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम से इतर मुख्तार अब्बास नकवी ने उक्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को सही नहीं ठहराया जा सकता। इनमें लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार विकास के एजेंडे पर ऐसे विध्वंसक एजेंडे को प्रभावी नहीं होने देगी।

नकवी ने कहा, 'ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों का सिर्फ एक ही मकसद है, सरकार द्वारा निर्मित सकारात्मक माहौल को खराब करना। ये अलग मामले हैं और हम पूरी तरह इनके खिलाफ हैं।'

झारखंड घटना पर आइयूएमएल ने दिया स्थगन नोटिस

झारखंड में भीड़ द्वारा युवक की पीट-पीटकर हत्या के मामले पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आइयूएमएल) ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। पार्टी के सदस्यों कुंहालीकुट्टी और मुहम्मद बशीर ने यह नोटिस दिया है।

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