कांग्रेस के कारण बुलेट ट्रेन लाने में हुई 50 साल की देरी : पीयूष गोयल
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलेट ट्रेन, रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण, विद्युतीकरण और नए ट्रैक बिछाने की दिशा में हुई प्रगति पर सवाल पूछा था।
नई दिल्ली, आइएएनएस/प्रेट्र। अब तक रेलवे का इस्तेमाल राजनीतिक हित साधने के लिए होता रहा। इसीलिए देश में बुलेट ट्रेन तकनीक लाने में 50 साल की देरी हो गई। लोकसभा में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह बात कही। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलेट ट्रेन, रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण, विद्युतीकरण और नए ट्रैक बिछाने की दिशा में हुई प्रगति पर सवाल पूछा था।
गोयल ने कहा कि बुलेट ट्रेन की तकनीक 50 साल पहले देश में आ जानी चाहिए थी, जो अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने पर संभव हुआ। कांग्रेस को खुश होना चाहिए कि जिस बुलेट ट्रेन परियोजना को वह नहीं ला सकी, उसे यह सरकार कर रही है। उन्होंने बताया कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 0.1 फीसद ब्याज दर पर जापान 50 साल के लिए 1.08 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दे रहा है। व्यवहार्यता (फिजिबिलिटी) रिपोर्ट में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना दिसंबर, 2023 तक पूरा होने की बात कही गई है। जापान से हुए करार के तहत बुलेट ट्रेन की तकनीक भी भारत आएगी, जिससे 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा मिलेगा।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में रेल मंत्री रेलवे की सेहत की चिंता किए बिना अपने क्षेत्रों के लिए परियोजनाओं की घोषणा कर देते थे। कांग्रेस के शासन में घोषित कई परियोजनाएं हैं, जिन पर 40 साल बाद भी काम नहीं हुआ। वर्तमान सरकार ने कार्यो की प्राथमिकता तय की है। संप्रग सरकार ने 2012-13 में केवल 800 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया था, जबकि पिछले साल 4,100 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ। सालभर में 4,500 किलोमीटर का नया ट्रैक भी बिछाया गया।