येदियुरप्पा ने कन्नड़ संगठनों से कर्नाटक बंद का आह्वान वापस लेने को कहा, मराठा निकाय का कर रहे विरोध
कन्नड़ समर्थक समूहों ने मराठा विकास बोर्ड के विरोध में शनिवार को कर्नाटक में बंद का आह्वान किया है। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा इसे वापस लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह के बंद की कोई आवश्यकता नहीं है।
बेंगलुरु, एएनआइ। कन्नड़ समर्थक समूहों ने शनिवार को कर्नाटक में बंद का आह्वान किया है। इसे लेकर राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि किसी भी तरह के बंद की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह लोगों को दूसरों को असुविधा का कारण बनने का मौका देता है। उन्होंने कहा कि वे समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का वादा करते हैं। कर्नाटक में मराठा विकास बोर्ड को 50 करोड़ रुपये आवंटित करने के कर्नाटक सरकार के फैसले के खिलाफ वटाल नागराज की अगुवाई में कन्नड़ समर्थक समूहों ने 5 दिसंबर को भारत बंद बुलाया है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही।
कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा ने राज्य में मराठा विकास प्राधिकरण के गठन की घोषणा करके फूट डालो और राज करो की नीति' अपना रहे हैं। उन्होंने ट्वीट करके के कहा कि बीएस येदियुरप्पा हमेशा की तरह मराठा विकास प्राधिकरण की स्थापना करके फूट डालो और राज करो की नीति अपना रहे हैं। केवल चुनावी लाभों को ध्यान में रखते हुए, येदियुरप्पा केवल जातियों के आधार पर विकास निकायों की स्थापना का अवैज्ञानिक मार्ग अपना रहे हैं।
कन्नड़ समर्थक संगठन मराठा विकास प्राधिकरण के गठन के खिलाफ हैं, जिसे मुख्यमंत्री ने 14 नवंबर को घोषित किया था और 'मराठाओं के समग्र विकास' के लिए 50 करोड़ रुपये दिए थे। शुक्रवार को इन संगठनों ने शनिवार को भारत बंद रखने की अपनी मांग की फिर से पुष्टि करते हुए कहा कि सरकार एमडीए के गठन का अपना फैसला वापस ले लें। आंदोलन की अगुवाई कर रहे वटाल नागराज ने कहा कि बेंगलुरु में आंदोलन कन्नड़ गौरव के लिए है। उन्होंने कहा, 'मैं येदियुरप्पा को बताना चाहता हूं - आप 'प्राधिकरण' (एमडीए) वापस ले लें, मैं आपको माला पहनाऊंगा, लेकिन हमें धमकी मत दीजिए। हम इससे डरेंगे नहीं।'
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बंद का समर्थन वापस लेने के लिए पुलिस के सहारे विभिन्न संगठनों को धमकी दी है, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं होगा। फिल्म निर्माता सा रा गोविंदू, ओला-उबर ड्राइवर एसोसिएशन और कुछ ऑटो रिक्शा यूनियनों ने बंद को अपना समर्थन दिया है। हालांकि, सरकारी कार्यालय, होटल, बस सेवा और मेट्रो सेवाएं खुली रहेंगी।