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अनुच्छेद 370 के हटने व तीन तलाक बिल पारित होने की पहली वर्षगांठ मनाएगी BJP

बीते वर्ष अगस्त में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया गया था साथ ही ट्रिपल तलाक बिल संसद में पारित किया गया था। इसके एक साल पूरा होने पर भाजपा इवेंट का आयोजन करने जा रही है।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 12:54 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 12:54 PM (IST)
अनुच्छेद 370 के हटने व तीन तलाक बिल पारित होने की पहली वर्षगांठ मनाएगी BJP
अनुच्छेद 370 के हटने व तीन तलाक बिल पारित होने की पहली वर्षगांठ मनाएगी BJP

नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य प्रमुखों और प्रभारियों को पत्र लिखकर अनुच्छेद 370 हटाने और तीन तलाक विधेयक के पारित होने के एक साल पूरा होने पर इवेंट के आयोजन का प्रस्ताव रखा है। मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 A को हटा दिया था। 5 अगस्त 2020 को इसकी पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी। हालांकि इस साल भी 5 अगस्त की तारीख ऐतिहासिक बनने जा रही है क्योंकि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के राम मंदिर के लिए नींव डालेंगे और निर्माण का शुभारंभ किया जाएगा।

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 दरअसल, भाजपा इस मौके को जश्न के तौर पर मनाना चाहती है। इस क्रम में 28 जुलाई से लेकर 3 अगस्त तक देश भर में 'एक भारत एकात्म भारत' अभियान चलाएगी। भाजपा, पूरे देश मे वर्चुअल रैली, संवाद कार्यक्रम, गोष्ठी, सोशल मीडिया अभियान और कार्यक्रम का आयोजन करेगी। बता दें कि वर्ष 2019 का अगस्त माह काफी अहम रहा। इसी माह गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विधेयक संसद में पारित करवाया था साथ ही तीन तलाक विधेयक भी सफलता पूर्वक पारित हो गया।

इसके साथ ही तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) के मद्देनजर भाजपा 28 जुलाई से 3 अगस्त तक देश भर में मुस्लिम महिला सशक्तिकरण अभियान का आयोजन करेगी। 28 जुलाई से 3 अगस्त तक BJP की महिला मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा तीन तलाक के कानून में परिवर्तन को लेकर पूरे देश मे वर्चुअल बैठको का आयोजन करेगी।

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5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया गया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया। इसके बाद जो आरक्षण कश्मीर में अल्पसंख्यकों को नहीं मिलता था वो मिलना संभव हो गया। वहां की जनता की दोहरी नागरिकता खत्म हो गई। साथ ही संसद में पारित कानून वहां लागू हो सकेगा और तो और यहां का अलग झंडा और अलग संविधान का प्रावधान खत्म हो गया।


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