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कर्नाटक के सभी 17 अयोग्य विधायकों को उनकी ही सीटों से उपचुनावों में उतारेगी भाजपा

पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाना है तो अनुशासन दिखाना चाहिए। अगर दलबदल विरोधी कानून का सम्मान नहीं है तो इसका कोई मतलब नहीं है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 02:34 AM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 06:50 AM (IST)
कर्नाटक के सभी 17 अयोग्य विधायकों को उनकी ही सीटों से उपचुनावों में उतारेगी भाजपा
कर्नाटक के सभी 17 अयोग्य विधायकों को उनकी ही सीटों से उपचुनावों में उतारेगी भाजपा

नई दिल्ली, एएनआइ। सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद भाजपा अयोग्य ठहराए गए कर्नाटक के सभी 17 विधायकों को आगामी उपचुनावों में उतारने जा रही है।

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अमित शाह और नड्डा ने दी मंजूरी

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन सभी विधायकों को उनकी पूर्व सीट से प्रत्याशी बनाए जाने को मंजूरी दे दी है। बताते हैं कि यह फैसला बुधवार को हुई एक उच्चस्तरीय पार्टी बैठक में लिया गया जिसमें राज्य के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। मालूम हो कि पांच दिसंबर को राज्य की 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं जबकि हाई कोर्ट में मामला लंबित होने की वजह से दो सीटों पर उपचुनाव रोक दिए गए हैं।

फैसले का कोई अर्थ नहीं: कुमारस्वामी

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा, 'दलबदल विरोधी कानून को अधिकार दिए बिना हम यह कहकर अपनी पीठ थपथपाते हैं कि हमने तो कानून बना दिया। दलबदल विरोधी कानून में है क्या? जब वे चाहें तब इस्तीफा देने से रोकने के लिए और उन्हें आसानी से प्रभावित किया जा सकता है। जिस तरह आप प्रोत्साहित कर रहे हैं, आपके फैसले का कोई अर्थ नहीं है। अगर देश में लोकतंत्र को बचाना है तो कुछ हद तक अनुशासन दिखाना चाहिए। अगर दलबदल विरोधी कानून का सम्मान नहीं है तो इसका कोई मतलब नहीं है।'

अब आराम से कार्यकाल पूरा कर सकते हैं येदियुरप्पा: देवेगौड़ा

पूर्व प्रधानमंत्री और जदएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने कहा, 'अपनी समझ से मैं कह सकता हूं, येदियुरप्पा इस बात से चिंतित थे कि इन 17 लोगों (अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस-जदएस विधायक) को कैसे संभालें। हमें उनकी (येदियुरप्पा) चिंता करने की जरूरत नहीं है। वह अगले तीन साल और चार महीने के लिए सुरक्षित सरकार चला सकते हैं। सिद्दरमैया भी सुरक्षित हैं। कोई समस्या ही नहीं है। सरकार बनाने के लिए अब सिद्दरमैया और देवेगौड़ा के साथ आने का कोई सवाल ही नहीं है। विपक्ष के नेता के तौर पर वह सुरक्षित रहेंगे। अब कांग्रेस-जदएस का गठबंधन नहीं होगा।'

कोट्स :-

पूरा देश उत्सुकता से इस फैसले की प्रतीक्षा कर रहा था। पूर्व स्पीकर रमेश कुमार ने सिद्दरमैया के साथ मिलकर साजिश की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर स्पष्ट फैसला दिया है। कल (गुरुवार) से हमारे सभी मंत्री और नेता जिम्मेदारी लेंगे। हम सभी सीटों को जीतने की पूरी कोशिश करेंगे- बीएस येदियुरप्पा, मुख्यमंत्री, कर्नाटक।

चुनाव लड़ने की अनुमति सभी 17 विधायकों की नैतिक जीत है। अब भाजपा चुनाव का सामना करने के लिए तैयार है। हम ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल करेंगे- बसावराज बोम्मई, मंत्री, कर्नाटक।

इन विधायकों के शामिल होने से भाजपा की पकड़ मजबूत होने जा रही है। इससे भाजपा को स्थिर सरकार चलाने में मदद मिलेगी। वे अपने समर्थकों के साथ शामिल होंगे। प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा हुई है, लेकिन उन्हें अभी अंतिम रूप दिया जाना है। इसे गुरुवार शाम तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा- अरविंद लिंबावली, भाजपा विधायक, महासचिव एवं उपचुनाव प्रभारी।


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