CAA Protest: नागरिकता कानून को लेकर भाजपा की रणनीति, लोगों को जागरूक करने के लिए अपनाएगी ये तरीका
भारतीय जनता पार्टी सोशल मीडिया और सार्वजनिक सभाओं के जरिए नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में लोगों के संदेह को दूर करेगी।
नई दिल्ली, एएनआइ। नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship (Amendment) Act) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। भाजपा लगातार विपक्ष पर कानून के खिलाफ देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रही है। इन सब के बीच भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकता कानून पर अपने कैडरों को प्रशिक्षित करने का फैसला किया है, जो सोशल मीडिया और सार्वजनिक सभाओं के जरिए नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में लोगों का संदेह दूर करेंगे।
नागरिकता कानून के तहत यह प्रावधान है कि 31 दिसंबर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक हिंसा के कारण भारत आने वाले गैर-मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी।
लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं
पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा अपने कैडरों को नागरिकता संशोधन अधिनियम की विशेषताओं को समझाने और प्रशिक्षित करने के लिए पूरे देश में छह कार्यशालाएं आयोजित करेगी। इसके तहत यह बताया जाएगा कि कानून के माध्यम से कैसे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक हिंसा के शिकार अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी।
छह जोनल कार्यशालाओं का आयोजन
बता दें कि इन सार्वजनिक संपर्क कार्यक्रमों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले छह जोनल कार्यशालाओं का आयोजन करने का निर्णय लिया है, जिसे बाद में देश के अन्य हिस्सों में भी किया जा सकता है।
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, गुवाहाटी और लखनऊ में आयोजन
इस आयोजन के लिए चुने गए छह स्थानों में नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, गुवाहाटी और लखनऊ शामिल हैं। बता दें कि इन कार्यशालाओं में कई राज्यों और उनके प्रतिनिधि शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक हर राज्य से आने वाले प्रतिनिधिमंडल में दो मीडिया टीम के सदस्यों के साथ-साथ सोशल मीडिया टीम के सदस्यों और पांच-पार्टी कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है।
लोगों को समझाने की जरूरत
देशभर में हो रहे नागरिकता कानून के विरोध पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस अधिनियम के बारे में लोगों को समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'ऐसे बहुत से लोग हमारे पास आ रहे हैं जो अधिनियम के बारे में नहीं जानते हैं और उनका मानना है कि इसके बारे में गलत जानकारी फैलाई जा रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोग इसे समझेंगे, हमें अपने नेताओं को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है ताकि वे सीएए के बारे लोगों के हर प्रश्न का उत्तर दे सकें।