BJP National Executive Meeting: हैदराबाद में 2-3 जुलाई को होगी भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, इन मुद्दों पर होगा मंथन
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जल्द ही बैठक होने वाली है। पार्टी सूत्रों से सोमवार को मिली जानकारी के मुताबिक यह बैठक हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में दो और तीन जुलाई को होगी जिसमें पार्टी का विस्तार और 2024 का आम चुनाव मुख्य एजेंडे में हो सकती है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जल्द ही बैठक होने वाली है। पार्टी सूत्रों से सोमवार को मिली जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में दो और तीन जुलाई को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। इस बैठक में पार्टी के विस्तार, 2024 का आम चुनाव और पार्टी की नई नीतियां एजेंडे में हो सकती हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, पार्टी का विस्तार बैठक का प्रमुख एजेंडा होगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा उन क्षेत्रों पर भी चर्चा करेगी, जहां अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं को शामिल करने की जरूरत है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अन्य संभावित एजेंडों में 2024 का लोकसभा चुनाव, आगामी राज्यों के विधानसभा चुनाव और पार्टी की नई नीतियां आदि हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के तेलंगाना में रोड शो करने और दो दिनों के दौरान एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करने की भी संभावना है।
पीएम मोदी भी बैठक में हो सकते हैं शामिल
- सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो जुलाई को हैदराबाद पहुंचने की उम्मीद है।
- पीएम मोदी दोनों दिन बैठक को संबोधित कर सकते हैं।
इन राज्यों में होंगे विधानसभा चुनाव
इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके अलावा, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में 2023 में विधानसभा चुनाव होंगे।
रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत
रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने सपा के वर्चस्व को खत्म करते हुए जीत दर्ज की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक विजय और त्रिपुरा विधानसभा उपचुनाव में 4 में से 3 सीटों पर मिली भव्य जीत पीएम मोदी और उनके नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की गरीब कल्याण नीतियों पर जनता के अटूट विश्वास की प्रतीक है।'