महाराष्ट्र में BJP-NCP को बनानी चाहिए सरकार, शरद पवार और पीएम मोदी की मीटिंग पर बोले रामदास अठावले
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता शरद पवार ने शनिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद रामदास अठावले ने शरद पवार की एनसीपी से एनडीए के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने की अपील की है।
नई दिल्ली, एएनआइ। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि एनसीपी को एनडीए में शामिल होना चाहिए। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रामदास अठावले ने पवार से महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार से अपना समर्थन वापस लेने और इसके बजाय महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने का आग्रह किया। अठावले ने कहा कि मुझे लगता है कि महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी की सरकार बननीचाहिए।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के इस स्पष्टीकरण पर कि दो दल वैचारिक और राजनीतिक मतभेदों के कारण एक साथ नहीं आएंगे। इस पर अठावले ने कहा कि शिवसेना, कांग्रेस और भाजपा भी एक नदी पर अलग-अलग तटों पर थे लेकिन वे एक साथ आए। तो क्या भाजपा और एनसीपी एक साथ नहीं आ सकते? अठावले ने कहा कि बाबा साहेब (अंबेडकर) द्वारा बनाया गया संविधान अलग-अलग दलों को एक साथ लाने की कोशिश करता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं शरद पवार जी से अनुरोध करता हूं कि वह अपना निर्णय बदल लें। उन्होंने शिवसेना को जो समर्थन दिया था, उसे वापस लेना चाहिए। कांग्रेस पार्टी आपको बार-बार चेतावनी दे रही है। कांग्रेस के नाना पटोले बार-बार पवार जी के खिलाफ विवादित बयान दे रहे हैं। इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि शरद पवार जी को एनडीए के साथ आना चाहिए। उन्होंने आगे दावा किया कि कांग्रेस ने एनसीपी और शरद पवार की वजह से पिछले एक साल से अधिक समय से महाराष्ट्र में शिवसेना का समर्थन किया है लेकिन, सरकार उस तरह से नहीं चल रही है जैसे उसे चलना चाहिए।
उन्होंने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के इस दावे पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि पवार ने किसान के मुद्दे पर पीएम मोदी से मुलाकात की, और कहा कि यहां तक कि अगर उन्होंने किसानों के मुद्दे के बारे में बात की तो भी यह अच्छा था। आंदोलन समाप्त होना चाहिए और किसानों को न्याय मिलना चाहिए। शरद पवार पहले कह चुके हैं कि कानून को निरस्त करने की जरूरत नहीं है लेकिन किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए संशोधन किया जाना चाहिए। बातचीत जो भी हो, पीएम नरेंद्र मोदी के साथ शरद पवार की दोस्ती अच्छी रहनी चाहिए।