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भाजपा नेता जसवंत सिंह के विधायक पुत्र मानवेंद्र ने पार्टी छोड़ी, बोले- कमल का फूल, हमारी भूल

मानवेन्द्र सिंह ने कमल का फूल, हमारी भूल नारा देते हुए लोगों से भाजपा छोड़ने को लेकर राय मांगी। इस पर वहां मौजूद लोगों ने भाजपा छोड़ने के नारे लगाए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 07:50 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 12:14 AM (IST)
भाजपा नेता जसवंत सिंह के विधायक पुत्र मानवेंद्र ने पार्टी छोड़ी, बोले- कमल का फूल, हमारी भूल
भाजपा नेता जसवंत सिंह के विधायक पुत्र मानवेंद्र ने पार्टी छोड़ी, बोले- कमल का फूल, हमारी भूल

नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के दिग्गज नेता जसवंत सिंह के विधायक पुत्र मानवेंद्र सिंह ने बीजेपी छोड़ने को ऐलान करते हुए 'कमल का फूल, हमारी भूल' का नारा दिया है। उन्होंने कहा कि लगातार हमारे जख्मों को कुरेदा जा रहा है। अब भाजपा में रहने का कोई औचित्य नहीं है। पिछले साढ़े चार साल से हमारे टेलिफोन टेप किए जा रहे हैं। जसवंत सिंह के समर्थकों और राजपूत समाज के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।

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शनिवार को राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर के पचपदरा में स्वाभिमान रैली को संबोधित करते हुए मानवेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने इतने साल तक धैर्य रखा। मेरी वजह से मेरे समर्थकों को परेशान किया गया। मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी बताया, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया। जब फैसला लेने वाले चूक करें तो धैर्य टूटता है, आज वो सीमा खत्म हुई, मेरा धर्य टूट गया,इस कारण अब मै मन से भाजपा को अलविदा कह रहा हूं।

मानवेन्द्र सिंह ने 'कमल का फूल, हमारी भूल' नारा देते हुए लोगों से भाजपा छोड़ने को लेकर राय मांगी। इस पर वहां मौजूद लोगों ने भाजपा छोड़ने के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जसवंत सिंह के चुनाव में सहयोग करने वाले कार्यकर्ताओं को सरकार में बैठे नेताओं और अफसरों ने धमकाया, वे नहीं माने तो परेशान किया गया।

उन्होंने कहा कि रैली में शामिल हुए स्वाभिमानियों के निर्णय के अनुसार ही भाजपा को अलविदा कहा है। मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह ने अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर व्यक्तिगत आरोप लगाए।

तीन नेताओं ने काटा जसवंत सिंह का टिकट

मानवेंद्र सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के समय एक दिन दोपहर में 12 बजे पीएम नरेंद्र मोदी का फोन मेरे पास आया था। मोदी ने कहा, आपके पिता जसवंत सिंह का टिकट मैंने नहीं काटा, जयपुर के एक और दिल्ली के दो नेताओं ने काटा है। पीएम मोदी ने इस पर अफसोस जताया था। पीएम मोदी भी इन तीन नेताओं का कुछ नहीं बिगाड़ सके।

उन्होंने कहा 2014 के लोकसभा चुनाव पर सबकी नजर थी अब 2018 के विधानसभा चुनाव को लोग देखेंगे,स्वाभिमानी लोग निर्णय लेंगे। मानवेन्द्र सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज की रैली की चिंगारी को जलाए रखना हर स्वाभिमानी का काम है। स्वाभिमान की यह लड़ाई पूरे प्रदेश में चलेगी। इसकी गूंज प्रदेश से केंद्र तक पहुंचेगी। आज अपने धैर्य की सीमा समाप्त हो गई है। तूफान पचपदरा से शुरू हुआ है और यह जयपुर और दिल्ली तक पहुंचेगा । मेरे सभी स्वाभिमानियों का निर्णय मेरे सिर आंखों पर रहेगा।

कांग्रेस में शामिल होने को लेकर सस्पेंस बरकरार

मानवेंद्र सिंह के भाजपा छोड़ने के बाद कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा भी स्वाभिमानी लोगों के निर्णय के अनुसार ही वे आगे राजनीतिक कदम उठाएंगे,अभी किसी भी पार्टी के साथ नहीं जा रहे है। दैनिक जागरण से बातचीत में भी उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा कि अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि मानवेंद्र सिंह पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह के माध्यम से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सम्पर्क में हैं, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बाड़मेर के पूर्व सांसद हरीश चौधरी और जोधपुर के पूर्व सांसद बद्री जाखड़ सहित कई नेता उनका विरोध कर रहे है । ये नेता नहीं चाहते है कि मानवेंद्र कांग्रेस में शामिल हो।

राजपूत नेता रैली में शामिल हुए

मानवेंद्र की रैली में मारवाड़ (जोधपुर संभाग ) के साथ ही अन्य जिलों के राजपूत समाज के लोग भी शामिल हुए। करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की मां निर्मला कंवर सहित कई राजपूत नेता रैली में शामिल हुए। इन नेताओं ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा नेताओं पर राजपूत समाज के लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया। रैली में शामिल हुए लोगों ने मुख्यमंत्री और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी भी की।


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