छत्तीसगढ़ में महापौर चुनावों में भाजपा का सूपड़ा साफ, सभी दस सीटें कांग्रेस ने जीतीं
छत्तीसगढ़ के दस नगर निगम में पहली बार जनता के बजाय पार्षदों के वोट से महापौर चुनने के दौरान भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीगसढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने दम दिखाया और दस के दस नगर निगमों में अपना महापौर और सभापति बनाने में सफल रही। राज्य गठन के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है, जब सभी नगर निगम में महापौर और सभापति एक ही पार्टी के बने हों।
कोरबा में कांग्रेस उम्मीदवार ने भाजपा प्रत्याशी को सिर्फ एक वोट से हराया
कोरबा में कांग्रेस उम्मीदवार राजकिशोर ने भाजपा की प्रत्याशी ऋतु चौरसिया को महज एक वोट से हराया। वहीं, सभापति का चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी श्यामसुंदर सोनी ने पांच वोट से जीता। 67 वार्ड वाले कोरबा नगर निगम में भाजपा के 31 पार्षद, कांग्रेस के 26 व दस अन्य चुनकर आए थे। भाजपा बहुमत के करीब थी, लेकिन कोरबा नगर निगम में आखिरी उम्मीद भी टूट गई। दूसरी बार कांग्रेस ने कोरबा के महापौर व सभापति के पद पर कब्जा जमाया है। भाजपा को छोड़ अन्य दलों के वोट हासिल करने में कांग्रेस कामयाब रही। जिन दस निगमों में चुनाव हुआ वहां पहले चार-चार सीटों पर भाजपा-कांग्रेस और दो में निर्दलीय काबिज थे।
एक में क्रास वोटिंग, दो में मैदान में उतरी ही नहीं भाजपा
छत्तीसगढ़ के दस नगर निगम में पहली बार जनता के बजाय पार्षदों के वोट से महापौर चुनने के दौरान भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विधानसभा राजनांदगांव के नगर निगम में भाजपा से एक पार्षद अधिक कांग्रेस के पास थे, लेकिन जब मतदान हुआ तो भाजपा के महापौर उम्मीदवार को अपनी पार्टी के एक पार्षद का साथ नहीं मिला। कोरबा में भाजपा बढ़त में थी, लेकिन आखिरी समय में कांग्रेस के बेहतर चुनावी मैनेजमेंट ने जीत दिलाई। हालांकि, यहां भाजपा को अपने पार्षदों के साथ दो अन्य पार्षदों के भी वोट मिले। बिलासपुर और चिरमिरी नगर निगम में भाजपा चुनाव मैदान में ही नहीं उतर पाई, जबकि रायपुर, धमतरी, जगदलपुर, दुर्ग, रायगढ़ और अंबिकापुर में कांग्रेस को बढ़त थी, जिससे वह अपना महापौर बनवाने में सफल रही।
नगर पालिका उपाध्यक्ष समेत भाजपा के दस पार्षदों ने दिया इस्तीफा
छह जनवरी को क्रॉस वोटिंग में बेमेतरा नगर पालिका की सत्ता गंवाने के बाद शुक्रवार को नगरपालिका उपाध्यक्ष पंचू साहू सहित भाजपा के 10 पार्षदों ने बेमेतरा कलेक्टर को इस्तीफा सौंप दिया। कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने कहा है कि इस्तीफे पर धारा-40 के तहत सुनवाई की जाएगी। बता दें कि चुनाव वाले दिन वोटिंग के तत्काल बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा के 12 पार्षदों की बैठक कर इस्तीफा लिखवाया था। भाजपा पार्षदों में किसी ने भी यह स्वीकार नहीं किया था कि क्रास वोटिंग में वे शामिल रहे। अब पार्टी ने पार्षदों से इस्तीफा कलेक्टर को भिजवाए हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी ने कहा कि दस पार्षदों ने अपनी सहमति से इस्तीफे दिए हैं। दो पार्षद सहमत नहीं हुए इसलिए, उन्होंने इस्तीफा देने से इन्कार कर दिया है।