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राम माधव बोले, लद्दाख का हिस्सा है अक्साई चिन, एलएसी पर भी मुखर होने की जरूरत

चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भाजपा महासचिव राम माधव ने दोहराया है कि अक्साई चिन भारत का है और भारत को एलएसी पर भी मुखर होने की जरूरत है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 11:52 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 04:10 AM (IST)
राम माधव बोले, लद्दाख का हिस्सा है अक्साई चिन, एलएसी पर भी मुखर होने की जरूरत
राम माधव बोले, लद्दाख का हिस्सा है अक्साई चिन, एलएसी पर भी मुखर होने की जरूरत

नई दिल्ली, आइएएनएस। चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भाजपा महासचिव राम माधव ने दोहराया है कि अक्साई चिन भारत का है। उन्होंने कहा कि भारत को चीन सीमा पर भी वही मुखरता दिखाने की जरूरत है, जो पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा पर दिखाई है। हमें अपने आत्मसम्मान और भूमि के हर इंच की रक्षा करनी है। राम माधव ने कहा कि चीन से मौजूदा तनातनी का समाधान कूटनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चों पर मुखरता से ही निकलेगा।

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आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा नेता ने कहा, 'हमारा दावा केवल एलएसी तक नहीं है। हमारा दावा इसके आगे तक है। बात जब जम्मू-कश्मीर की आती है, तब उसमें गुलाम कश्मीर भी आता है और जब केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख की बात आती है, तब उसमें गिलगित-बाल्टिस्तान और अक्साई चिन भी शामिल होता है।' भाजपा नेता ने कहा कि आज चीन ज्यादा आक्रामक है, लेकिन उसकी आक्रामकता इसीलिए है क्योंकि भारत ज्यादा मुखर हुआ है।

राम माधव ने मौजूदा हालात के लिए पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा। राजीव गांधी, नरसिंह राव से लेकर यूपीए सरकार तक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सबने केवल चीन से छले जाने के लिए शांति स्थापना की कोशिश की। राम माधव ने यह भी कहा कि चीन स्वभाव से सीमा विवाद का हल नहीं चाहता है। भाजपा नेता का स्पष्ट कहना है कि हमें सैन्य मोर्चे पर मुखर रहते हुए चीन से कूटनीतिक चर्चा करनी होगी।

उल्‍लेखनीय है कि बीते दिनों भाजपा महासचिव राम माधव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता का बयान दुश्मन देशों के लिए मददगार साबित होगा। चीनी सामानों के बहिष्कार की वकालत करते हुए भाजपा नेता ने कहा था कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सीमा पर फिर ऐसी हिंसा न हो और जवानों को जान नहीं गंवानी पड़े। विपक्ष का व्यवहार बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।


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