Move to Jagran APP

भाजपा की कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने के लिए सोनिया से हस्तक्षेप की मांग, जानें क्‍या कहा

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर मोदी सरकार के खिलाफ लगातार हमला बोलने वाली कांग्रेस अब खुद भाजपा के निशाने पर आ गई है। भाजपा ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से कांग्रेस शासित राज्यों में Tax घटाने की मांग की है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 05 Nov 2021 09:25 PM (IST)Updated: Sat, 06 Nov 2021 12:49 PM (IST)
भाजपा की कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने के लिए सोनिया से हस्तक्षेप की मांग, जानें क्‍या कहा
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस अब खुद भाजपा के निशाने पर आ गई है।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर मोदी सरकार के खिलाफ लगातार हमला बोलने वाली कांग्रेस अब खुद भाजपा के निशाने पर आ गई है। केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद भाजपा और राजग शासित राज्यों में वैट (मूल्य वर्धित कर) में कमी की तर्ज पर कांग्रेस शासित राज्यों में भी कटौती के लिए भाजपा ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से हस्तक्षेप की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल गांधी के 'पाकेटमार सरकार' के ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा कि असल में खुद कांग्रेस पाकेटमार की पर्याय बन गई है।

loksabha election banner

भाजपा के निशाने पर विपक्षी 

भाजपा प्रवक्ता के अनुसार, कांग्रेस के नेता पेट्रोल और डीजल की कीमतों का मुद्दा उठा रहे थे। यहां तक कि राहुल गांधी भी लगातार इस मुद्दे को जोश और जज्बे के साथ उठाते रहे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी उसी जज्बे और जोश के साथ कांग्रेस शासित राज्यों के साथ-साथ दिल्ली और बंगाल सरकार को भी घेरेंगे।

राजनीति करने का लगाया आरोप 

भाजपा प्रवक्‍ता ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की चुप्पी से साफ है कि उनका मकसद जनता को राहत देना नहीं था, बल्कि सिर्फ राजनीति करना था। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की सलाह देते हुए उनसे कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की।

भाजपा शासित राज्‍यों का हवाला दिया 

कांग्रेस को जेबकतरों की पर्याय बताते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि पेट्रोल पर महाराष्ट्र में 31.19 रुपये और राजस्थान में 32.19 रुपये का वैट है। वहीं भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में 21.86 रुपये और उत्तराखंड में 20.46 रुपये का वैट है। उन्होंने कहा कि इससे साफ हो जाता है कि कौन सी सरकार जनता के साथ लूट-खसोट कर रही है।

गहलोत के बयान पर जताई हैरानी 

भाजपा प्रवक्ता ने पेट्रोल-डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर हैरानी जताई। दरअसल, गहलोत ने कहा था कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कमी से राज्य के हिस्से अपने-आप कम हो जाते हैं। गौरव भाटिया ने कहा कि भाजपा शुरू से कह रही थी कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क का 42 प्रतिशत हिस्सा राज्यों को जाता है, लेकिन उस समय कांग्रेस इसे मानने के बजाय केंद्र सरकार पर हमला करने में लगी थी। 

कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल पर एक बार में कभी नहीं घटे सात रुपये : बोम्मई

बेंगलुरु में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा, 'आप रिकार्ड देख लीजिए। ईंधन के मूल्यों में बढ़ोतरी कोई नई चीज नहीं है, ये होती रही है। लेकिन कर्नाटक के इतिहास में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक साथ सात रुपये की कमी किसी ने कभी नहीं की। हमारी सरकार ने रिकार्ड तरीके से इसमें कमी की है।' वह विपक्ष के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे कि हंगल सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी की हार के कारण सरकार ने यह कटौती की है। बोम्मई ने कहा कि अगर उपचुनाव से पहले यह कटौती की गई होती तो कांग्रेस कहती कि चुनाव के मद्देनजर यह कटौती की गई।

राज्यों को जीएसटी की क्षतिपूर्ति जारी करे केंद्र : पवार

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को पुणे में केंद्र सरकार से राज्यों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की क्षतिपूर्ति जारी करने की मांग की ताकि वे पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर सकें। साथ ही उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का ड्राइवर और अन्य कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हो गए हैं। एहतियात के तौर पर डाक्टरों ने अजीत पवार को कुछ दिन आइसोलेशन में रहने को कहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.