राफेल डील में भाजपा का प्रहार, कहा-रॉबर्ट वाड्रा का जेल जाना तय
संबित पात्रा ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा के दोस्त संजय भंडारी को एक मिलियन स्विस फ्रैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के अकाउंट में रक्षा सौदों की दलाली के तौर पर मिले जो उन्हें कांग्रेस को देने थे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी मुद्दे के रूप में राफेल कितना असरदार होता है यह तो बाद में पता चलेगा। लेकिन यह जरूर स्पष्ट हो गया है कि फिलहाल यह सबसे गर्म मुद्दा है। कांग्रेस अध्यक्ष जहां अनिल अंबानी ग्रुप के सहारे परोक्ष रूप से सरकार पर हमलावर हैं।
वहीं भाजपा ने सबूतों के साथ गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि संप्रग सरकार ने यह सौदा इसलिए रद्द कर दिया था क्योंकि वाड्रा के दोस्त की कंपनी को बिचौलिया नही बनाया गया था। संप्रग सरकार चाहती थी कि यह करार राबर्ट वाड्रा के जरिये हो, ताकि उन्हें इसका फायदा मिल सके। आज भी इसकी कोशिश जारी है। वाड्रा के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और उनका जेल जाना तय है।
पात्रा ने आरोप लगाया है कि वाड्रा के दोस्त संजय भंडारी ने 2008 में एक लाख की पूंजी से ऑफसेट कंपनी बनाई और जो बाद में वाड्रा की मदद से हजारों करोड़ की कंपनी बनी। संबित ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद 2014 में दलाली करने वाली कंपनी पर कार्रवाई हुई।
2016 में भंडारी के घर और दफ्तर पर छापे पड़े, जहां राफेल खरीद से संबधित गोपनीय दस्तावेज मिले। वाड्रा के अभिन्न मित्र संजय भंडारी के घर यह कागज कैसे पहुंचे इसका जवाब राहुल गांधी को देना चाहिए। पात्रा ने सबूत के तौर पर कई ईमेल भी दिखाये जिसमें लंदन में संजय भंडारी के रिश्तेदार सुमित चढ्डा द्वारा राबर्ट वाड्रा के लिए 19 करोड़ के घर की जानकारी है। संबित पात्रा ने दावा किया कि 2009 में ये घर खरीदा गया था।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि 2012 में स्विस कंपनी पिलेट्स एयरक्राफ्ट की डील यूपीए के कार्यकाल में हुई थी। इस कंपनी को टेंडर देने के लिए उस वक्त शर्ते भी बदली गई थी। पात्रा ने आरोप लगाया कि उस दौर में कांग्रेस ने एचएएल को दरकिनार कर स्विस कंपनी पिलेट्स को टेंडर दिया।
पात्रा ने बैंक खाते की जानकारी देकर बताया कि एक मिलियन स्विस फ्रैंक (स्विस करंसी) संजय भंडारी को इसके लिए मिला। स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में अकांउट नंबर 52105058250 में पैसा दिया गया। पात्रा ने आरोप लगाया कि संजय भंडारी और उनके मार्फत वाड्रा के पास ये पैसा गया।
उन्होंने कहा कि संजय भंडारी ने वाड्रा के लिए ज्यूरिख का एयर टिकट मेल से भेजा था। जिस समय डील हो रही थी, उस समय वाड्रा स्विट्जरलैंड जा रहे थे। पात्रा ने सवाल किया कि राहुल गांधी जवाब दें कि उनके जीजा वहां क्या करने गये थे?
पात्रा ने दावा किया कि संजय भंडारी की कंपनी ने एक कंपनी के साथ साझेदारी कर दासौ के साथ राफेल डील की कोशिश की थी। दासौ ने भंडारी की पड़ताल कर डील से मना कर दिया, इसलिए यूपीए के समय ये डील नहीं हो सकी थी।