MP Political Crisis: युवा विधायकों के मंत्री बनते ही कमल नाथ और दिग्विजय से खफा हो गए थे बिसाहूलाल
संभाग के सबसे वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक बिसाहूलाल सिंह मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से बेहद खफा थे।
शहडोल, राज्य ब्यूरो। संभाग के सबसे वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक बिसाहूलाल सिंह मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से बेहद खफा थे। इस नाराजगी की सबसे बड़ी वजह सिर्फ मंत्री पद का नहीं मिलना था। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही बिसाहूलाल ने मंत्री पद के लिए ताल ठोक दी थी, लेकिन दिग्विजय सिंह ने अपनी सरकार में कबीना मंत्री रहे बिसाहूलाल को समझाइश देकर दावेदारी कमजोर करा दी।
इसके बाद भी वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बिसाहूलाल बार-बार कमलनाथ और दिग्विजय के सामने पेश होकर मंत्री पद के लिए दावेदारी करते रहे। हाल ही में जब लापता होने के बाद विधायक बिसाहूलाल बेंगलुर से भोपाल लौटे तो उन्होंने दमदारी के साथ फिर अपनी मांग रखी।
कमलनाथ और दिग्विजय पर लगाए गंभी आरोप
बिसाहूलाल ने खुद को उपेक्षित रखने के साथ-साथ कमलनाथ और दिग्विजय पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री हाउस में जब 15 साल बाद कांग्रेस वापस सत्ता में आई तो वरिष्ठ विधायकों को दरकिनार करते हुए युवा और जूनियर विधायकों को मंत्री पद से नवाजा गया। इतना सुनते ही कमलनाथ ने तुरंत वरिष्ठ विधायक बिसाहूलाल सिंह को आश्वासन दे दिया था कि हम जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर रहे हैं, जिसमें आपकी जगह सुनिश्चित कर ली गई है।
दो विधायक भी रहे निशाने पर
इस बात से संतुष्ट होकर विधायक बिसाहूलाल ने कमलनाथ के सामने एक और शिकायत की जिसमें उन्होंने कोतमा विधायक सुनील सराफ और पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल पर कई आरोप लगाए। उन्होंने नेताओं को बताया कि ये दोनों विधायक उनसे जूनियर हैं इसके बाद भी मुझे नीचा दिखाने की कोशिश में जुटे रहते हैं। इस शिकायत पर भी कमलनाथ और दिग्विजय ने आश्वासन देते हुए जल्द एक बैठक रखने की बात कही थी।