बड़ा खुलासा: चेक किए गए ट्रंप-मोदी मुलाकात के रिकार्ड, नहीं हुआ कभी कश्मीर का कोई जिक्र
भारतीय और अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने चेक किये अपने-अपने रिकार्ड। G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ओसाका में दोनों नेताओं के बीच हुई थी द्विपक्षीय बातचीत।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अमेरिकी राष्ट्रपति भले ही जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत में कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा होने का दावा किया हो, लेकिन उनके इस दावे की पुष्टि के लिए कोई रिकार्ड नहीं है।
भारत और अमेरिका के विदेश विभाग में मौजूद बैठक के दौरान हुई बातचीत के रिकार्ड में कहीं भी कश्मीर का जिक्र तक नहीं है। जाहिर है मुलाकात के दस्तावेजों से साफ है कि ट्रंप कश्मीर को लेकर मोदी से बातचीत के बारे में झूठ बोल रहे हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार ट्रंप के बयान से उठे विवाद के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने ओसाका में मोदी-ट्रंप मुलाकात के दौरान हुई बातचीत के विस्तृत ब्यौरे को खंगाला, लेकिन इसमें कहीं भी कश्मीर का जिक्र तक नहीं था।
इसके बाद विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय से अनौपचारिक रूप से अपने रिकार्ड को देखने को कहा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी बताया कि उसके रिकार्ड में भी बातचीत के दौरान कश्मीर का जिक्र होने का उल्लेख तक नहीं है। जब दोनों नेताओं के बीच कश्मीर शब्द तक जिक्र तक नहीं आया तो ट्रंप को किसी तरह की गलतफहमी होने का सवाल ही नहीं उठता है।
बता दें कि सोमवार रात को ट्रंप का एक बयान आता है और उससे भारत की राजनीति भी गरम हो जाती है। ट्रंप ने यह दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कश्मीर मसले को लेकर मदद मांगी थी। हालांकि, व्हाइट हाउस के आधिकारिक बयान में कश्मीर का कोई जिक्र नहीं था। ओवल ऑफिस में खान के साथ मुलाकात में ट्रंप ने कहा कि अगर दोनों देश चाहेंगे तो वो मदद करने के लिए तैयार हैं।
वहीं, भारत एक बार फिर साफ कर चुका है कि कश्मीर मुद्दा भारत-पाक के बीच का द्विपक्षीय मसला है और किसी तीसरे पक्ष की इसमें कोई भूमिका मंजूर नहीं है।