राजनाथ के बयान से सहमत नहीं भूपेश बघेल, पूछा- कहां मिले थे महात्मा गांधी और सावरकर?
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दावा करते हुए कहा था कि सावरकर ने जेल में बंद होने पर अंग्रेजों को माफी की चिट्ठी महात्मा गांधी के कहने पर लिखी थी। उन्होंने कहा कि सावरकर के बारे में तमाम भ्रांतियों को फैलाया गया और उन्हें हेय दृष्टि से देखा गया।
रायपुर, एएनआइ। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर असहमति जताते हुए छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पूछा है कि महात्मा गांधी और वीर सावरकर कहां मिले थे। उन्होंने कहा, 'उस समय महात्मा गांधी कहां थे और सावरकर कहां थे? सावरकर जेल में थे। वे कैसे संवाद कर सकते थे? उन्होंने जेल से दया याचिका दायर की थी और अंग्रेजों के साथ रहना जारी रखा। 1925 में जेल से बाहर आने के बाद दो राष्ट्र सिद्धांत की बात करने वाले वे पहले व्यक्ति थे।'
Where was Mahatma Gandhi&where was Savarkar at that time? Savarkar was in jail. How could they've communicated? He filed mercy petitions from jail & continued being with Britishers.He was the 1st to speak of 2 nation theory after coming out of jail in 1925: Chhattisgarh CM Baghel https://t.co/1aEsVMgZLC pic.twitter.com/9lmW1cUa3B
— ANI (@ANI) October 13, 2021
इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दावा करते हुए कहा था कि सावरकर ने जेल में बंद होने पर अंग्रेजों को माफी की चिट्ठी महात्मा गांधी के कहने पर लिखी थी। उन्होंने कहा कि सावरकर के बारे में तमाम भ्रांतियों को फैलाया गया और उन्हें हेय दृष्टि से देखा गया। उन्हें फासीवादी व नाजीवादी जैसे उपमाएं दी गई। राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की अनदेखी गई। ऐसा करने में एक विचारधारा से जुड़े लोग आगे रहे। इसे न्याय संगत नहीं कहा जा सकता है। राष्ट्रवादी सावरकर महानायक थे और रहेंगे।
सावरकर को लेकर एक बुक लान्च पर राजनाथ सिंह ने ये बातें कहीं थीं। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रवादी सावरकर महानायक थे और रहेंगे। उन्होंने कहा कि सावरकर के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने जेल में रहते हुए अपनी क्षमा याचिका अंग्रेजों के समक्ष लगाई थी, जबकि इसकी सच्चाई कुछ और है। राजनाथ ने कहा कि सावरकर ने माफी के लिए जो पत्र लिखा था वह महात्मा गांधी के कहने पर लिखा गया था।