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Ayodhya Land Case: निर्मोही अखाड़ा से बोले CJI- अगले दो घंटे में दस्तावेज सबूत पेश करें

अयोध्या जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज दूसरे दिन की सुनवाई चल रही है। इस मामले में रोजाना सुनवाई हो रही है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Wed, 07 Aug 2019 11:21 AM (IST)Updated: Wed, 07 Aug 2019 03:23 PM (IST)
Ayodhya Land Case: निर्मोही अखाड़ा से बोले CJI- अगले दो घंटे में दस्तावेज सबूत पेश करें
Ayodhya Land Case: निर्मोही अखाड़ा से बोले CJI- अगले दो घंटे में दस्तावेज सबूत पेश करें

माला दीक्षित, जेएनएन। अयोध्या जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज दूसरे दिन की सुनवाई चल रही है। अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) ने निर्मोही अखाड़ा से दस्तावेज से जुड़े सबूतों पर अपना अधिकार साबित करने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है कि क्या आपके पास कुर्की से पहले राम जन्मभूमि के कब्जे का मौखिक या लिखित सबूत रिकॉर्ड में है ? जिसके जवाब में निर्मोही अखाड़ा ने कहा है, ' 1982 में एक डकैती हुई थी, इसमें उन्होंने रिकॉर्ड खो दिए।

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इस बीच परासरन ने वाल्मीकि रामायण का हवाला देते हुए कहा कि भगवान राम का अयोध्या मे जन्म हुआ था। ये रामजन्मभूमि है। इतने लंबे समय बाद ये साबित करना मुश्किल है कि जन्म ठीक किस जगह हुआ था लेकिन लाखों लोगों की आस्था और विश्वास है कि यह राम जन्म स्थान है।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील कुमार जैन से कहा है कि वो अगले दो घंटे में मौखिक या दस्तावेज से जुड़े सबूत देखना चाहेंगे। न्यायमूर्ति धनंजय चंद्रचूड़ ने कहा है, 'हमें मूल दस्तावेज दिखाएं।  निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील कुमार जैन ने इसके जवाब में कहा कि इससे संबंधित दस्तावेज इलाहाबाद हाईकोर्ट(Allahabad High Court) की जजमेंच के हवाले है।

निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील कुमार जैन इस मामले पर आज बहस कर रहे हैं। आज सुनवाई में निर्मोही अखाड़ा ने कहा कि वह ओनरशिप और क़ब्ज़े की मांग कर रहे हैं। ओनरशिप का मतलब मालिकाना हक नही बल्कि क़ब्ज़े से है। उनका कहना है कि उन्हें रामजन्मभूमि पर क़ब्ज़ा दिया जाए।

बता दें, सुप्रीम कोर्ट अयोध्या भूमि विवाद मामले पर मंगलवार से रोजाना सुनवाई कर रहा है। मध्यस्थता के माध्यम से कोई आसान हल नहीं निकलने पर सुप्री कोर्ट मे मामले की रोजाना सुनवाई करने का फैसला किया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ मामले की सुनवाई कर रही है।

इससे पहले आरएसएस के पूर्व विचारक केएन गोविंदाचार्य ने  एक याचिका दायर किया था। इसमें उन्होंने अयोध्या मामले की प्रतिदिन सुनवाई के लाइव प्रसारण या रिकॉर्डिंग का अनुरोध किया। न्यायमूर्ति एयए बोबडे और न्यायमूर्ति बीआर गवई की पीठ के सामने उन्होंने अपनी इस याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया था।

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