अवनी मामला: मेनका गांधी ने महाराष्ट्र के सीएम से वन मंत्री को हटाने की लगार्इ गुहार
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि अगर महाराष्ट्र के वन मंत्री थोड़ा धीरज, संवेदनशील और मामले में लगे होते तो बाघिन अवनी बचाई जा सकती थीं।
नई दिल्ली, एएनआइ। आदमखोर बाघिन अवनी को मारने का मुद्दा तूल पकड़ चुका है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस से कहा कि अगर महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुंगांतिवार थोड़ा अधिक धीरज, संवेदनशील और मामले में लगे होते तो बाघ अवनी बचाई जा सकती थीं। आप हत्या की ज़िम्मेदारी तय करने और मंत्री को पद से हटाने पर विचार करें।
इससे पहले रविवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी आदमखोर बाघिन अवनी के मारे जाने से महाराष्ट्र सरकार से नाराजगी जाहिर की थी। पिछले दो सालों में 13 लोगों की मौत की जिम्मेदार अवनी के मारे जाने को उन्होंने सीधे तौर पर अपराध करार दिया है।
मेनका के आरोपों का जवाब देते हुए महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुंगंतिवार ने कहा कि उन्हें किसी का इस्तीफा मांगने के बजाय कुपोषण और बच्चों की मौत के खिलाफ काम करना चाहिए। मैं भी सोचता हूं कि बाघ महत्वपूर्ण है, लेकिन मैं महसूस करता हूं कि मनुष्य की जिंदगी भी उसी के बराबर महत्वपूर्ण है। मैं नहीं समझता कि वह क्यों नहीं समझना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि अगर पार्टी के प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सोचते हैं कि मैं बोझ हूं तो उन्हें मुझे हटा देना चाहिए। इसका फैसला मेनका जी नहीं कर सकती हैं। इसके अलावा, वह ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं है।
महाराष्ट्र के अवतमाल में विगत शुक्रवार को अवनि को एक अभियान के दौरान मार गिराया गया था। उसे प्रसिद्ध शार्प शूटर नवाब शफत अली के बेटे असगर अली ने बोराती वन में मारा था। अवनि के दस माह के दो शावक हैं।
मेनका गांधी ने कहा था कि वह इस मामले को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के समक्ष उठाएंगी। उन्होंने निजी शूटर बुलाए जाने पर विरोध दर्ज करते हुए कहा कि वन अधिकारी बाघिन को नींद की दवा देकर उसे काबू में कर सकते थे।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि हैदराबाद का शार्प शूटर शफत अली खान अब तक तीन बाघों, दस लेपर्ड, कुछ हाथियों को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में मार चुका है। वह एक अपराधी है, जो राष्ट्रविरोधी तत्वों को बंदूकों की सप्लाई करने के लिए कुख्यात है। उसके बेटे से इस गैरकानूनी काम को कराया गया है।
महाराष्ट्र के मंत्री बोले- चाहो तो जांच करवा लो
इस बीच मुंबई में महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुंगंतिवार ने मेनका गांधी की आलोचना पर सख्त आपत्ति जताई है। सुधीर का कहना है कि मेनका के पास 'सूचना की कमी' है। अगर वो चाहें तो इस मामले की जांच के आदेश दे सकती हैं।
मुंगंतिवार ने अपनी सफाई में कहा कि आदमखोर बाघिन अवनी को मारा जाना आखिरी विकल्प था। इससे पहले उसे बेहोश करने की नाकाम कोशिश कई बार की गई थी। वन विभाग से कोई भी उसे मारना नहीं चाहता था, इसलिए विभाग के सैकड़ों अधिकारी पिछले तीन महीने से उसे जीवित पकड़ने की कोशिश कर रहे थे।