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Article 370: अमित शाह बोले- जम्मू कश्मीर में लंबे रक्तपात भरे युग का अंत, पढ़े 20 प्वाइंट

गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि कश्मीर समस्या के लिए जवाहरलाल नेहरू कश्मीर के नेता और अलगाववादियों को जिम्मेदार है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Mon, 05 Aug 2019 08:48 PM (IST)Updated: Mon, 05 Aug 2019 09:49 PM (IST)
Article 370: अमित शाह बोले- जम्मू कश्मीर में लंबे रक्तपात भरे युग का अंत, पढ़े 20 प्वाइंट
Article 370: अमित शाह बोले- जम्मू कश्मीर में लंबे रक्तपात भरे युग का अंत, पढ़े 20 प्वाइंट

नई दिल्ली, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल राज्यसभा में पास हो गया है। बिल के समर्थन में 125 वोट, जबकि विरोध में 61 वोट पड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी। Article 370 को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जवाब दिया। इस दौरान शाह ने कश्मीर समस्या के लिए जवाहरलाल नेहरू, कश्मीर के नेता और अलगाववादियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 और 35 ए हटाए बगैर कश्मीर से आतंकवाद का खात्मा नहीं हो सकता। जम्मू-कश्मीर की स्थिति सामान्य होते ही उसे पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा।

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राज्यसभा में अमित शाह के जवाब की महत्वपूर्ण बातें

1- मैं आज सदन के सामने जम्मू कश्मीर को लेकर ऐतिहासिक संकल्प और बिल लेकर उपस्थित हुआ हूं। मैं सदन के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर में एक लंबे रक्तपात भरे युग का अंत अनुच्छेद 370 हटने के बाद होने जा रहा है।

2- हम धर्म की राजनीति में विश्वास नहीं करते, वोटबैंक की राजनीति क्या है? यदि 370 अच्छा है तो यह सभी के लिए अच्छा है, यदि यह बुरा है तो यह सभी के लिए बुरा है। कश्मीर में मुस्लिम, हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध सभी रहते हैं।

3- आर्टिकल 370 के कारण जम्मू कश्मीर में कभी भी लोकतंत्र प्रफुल्लित नहीं हुआ। आर्टिकल 370 और 35A के कारण भ्रष्टाचार फला-फूला, पनपा और चरम सीमा पर पहुंचा। आर्टिकल 370 और 35A के कारण ही गरीबी घर कर गई।

4- आर्टिकल 370 अस्थाई था और इसे कभी न कभी हटना था, लेकिन पिछली सरकारों ने वोट बैंक के लिए इसे हटाने की हिम्मत नहीं की। कैबिनेट ने आज हिम्मत दिखाकर और जम्मू कश्मीर के लोगों के हित के लिए यह फैसला लिया है- अमित शाह

5- भारत सरकार ने हजारों करोड़ रुपये जम्मू और कश्मीर के लिए भेजे, लेकिन वो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए, 370 का उपयोग करके वहां भ्रष्टाचार को कंट्रोल करने वाले कानून लागू नहीं होने दिए गए।

6- जम्मू-कश्मीर के विकास में बाधक भी आर्टिकल 370 है। शिक्षा के लिए यहां के बच्चों को देशभर के शिक्षा संस्थानों पर जाना पड़ता है इसका भी कारण 370 है।

7- राष्ट्रपति शासन के बाद वहां चुनाव हुए और आज 40 हजार पंच-सरपंच वहां के विकास में योगदान दे रहे हैं। 40 हजार पंच-सरपंच का अधिकार 70 साल तक जम्मू कश्मीर के लोगों से ले लिया। इसका जिम्मेदार है अनुच्छेद 370 था।

8- आर्टिकल 370 और 35A हटाने से घाटी का, जम्मू का, लद्दाख का भला होने वाला है। आर्टिकल 370 और 35A हटने के बाद जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बनने वाला है।

9- हम तो राष्ट्र हित का बिल लेकर आएं हैं। आपने इंदिरा जी को इलाहाबाद के जजमेंट से बचाने का संवैधानिक सुधार उसी दिन लाकर, उसी दिन पारित करके देश की डेमोक्रेसी को खत्म किया था और आज हमें उपदेश देते हैं।

10- 370 के कारण जम्मू कश्मीर में देश का कोई बड़ा डॉक्टर नहीं जाना चाहता, क्योंकि वहां वो अपना घर नहीं खरीद सकता, वहां का मतदाता नहीं बन सकता और वहां खुद को सुरक्षित नहीं महसूस करता। 370 आरोग्य में भी बाधक है।

11- आर्टिकल 370 के कारण जम्मू और कश्मीर में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी बड़ी कंपनियां नहीं जा सकती। ये कंपनियां वहां गई तो वहां के लोगों को रोजगार मिलेगा। बड़ी कंपनियां वहां गईं तो पर्यटन बढ़ेगा, लेकिन 370 के कारण ये संभव नहीं है।

12- हुर्रियत, आईएसआई, घुसपैठिए इन सब लोगों ने कश्मीर के युवाओं को गुमराह किया है। 1990 से लेकर 2018 तक 41,894 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। आतंकवाद जन्मा, बढ़ा, पनपा और चरम सीमा पर पहुंचा, इसका कारण आर्टिकल 370 है।

13- 370 के कारण आज तक 41,894 लोग जम्मू कश्मीर में किस की पॉलिसी के कारण मारे गए? जवाहर लाल नेहरू जो पॉलिसी चालू करके गये वो ही पॉलिसी अभी तक चल रही है, फिर इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है?

14- जवाहर लाल नेहरू जी ने भी कहा था कि 370 घिसते-घिसते एक दिन घिस जाएगी। मगर इसे इतने जतन से संभाल के रखा की ये घिसी ही नहीं। ये अस्थाई व्यवस्था है, आखिर इसे कब तक रखा जाएगा।

15- जो लोग कश्मीर के युवाओं को उकसाते हैं उनके बेटे-बेटियां लंदन, अमेरिका में पढ़ाई करते हैं। उनको चिंता नहीं है क्योंकि उन्होंने तो सब अच्छे से कर लिया। मगर घाटी के युवा को आज भी अनपढ़ रखने, उनका विकास न करने के लिए आर्टिकल 370 बहुत बढ़ी बाधक है।

16- हम घाटी के युवाओं को गले लगाना चाहते हैं उनको अच्छी शिक्षा और अच्छा भविष्य, अच्छी स्वास्थ्य की सुविधाएं और रोजगार देना चाहते हैं। भारत के अंदर जिस प्रकार से विकास हुआ है उसी तरह से कश्मीर में विकास हो इसके लिए आर्टिकल 370 को निकालना जरूरी है।

17- कई सदस्यों ने जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर आपत्ति दर्ज की है। मैं कहना चाहता हूं कि जब भी उचित समय आयेगा और परिस्थिति सामान्य हो जाएगी तो इसे पूर्ण राज्य बनाने में हमें कोई आपत्ति नहीं होगी।

18- आतंकवाद जन्मा, बढ़ा, पनपा और चरम सीमा पर पहुंचा, इसका कारण आर्टिकल 370 है। शिक्षा के अधिकार को, महिलाओं के सारे अधिकार और उनके बच्चों को अधिकार देना है तो भी आर्टिकल 370 हटनी चाहिए।

19- कश्मीर और लद्दाख धरती के स्वर्ग हैं, लेकिन वहां पर्यटन की सीमाओं को सीमित करने का काम अनुच्छेद 370 ने किया। मैं घाटी के युवाओं से कहना चाहता हूं कि घबराएं नहीं, 370 हटने से कुछ गलत नहीं होने वाला। ये लोग सिर्फ आपको बरगला रहे हैं।

20- कुछ सदस्य कह रहे हैं कि सरदार पटेल कश्मीर पाकिस्तान को देना चाहते थे। सरदार पटेल ने 650 से ज्यादा रियासतों को एक कर अखंड भारत का निर्माण किया। पटेल ने कश्मीर की डील नहीं की, उन्होंने जूनागढ़ और हैदराबाद की डील की, जो भारत में हैं, वो भी बिना 370 के।

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