रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिले आर्मी चीफ नरवाने, लद्दाख के हालात से कराया अवगत
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को आर्मी चीफ जनरल नरवाने ने लद्दाख में मौजूदा हालात से अवगत कराया।
नई दिल्ली, एएनआइ। दो दिवसीय लद्दाख दौरे से लौटने के बाद आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाने (Manoj Mukund Naravane) ने शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Rajnath Singh ) से मुलाकात की और उन्हें लद्दाख सेक्टर के हालात से अवगत कराया। आर्मी चीफ पूर्वी लद्दाख में दो दिनों के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा ( Line of Actual Control, LAC) के पास इलाकों का भी निरीक्षण किया था।
प्रधानमंत्री से हो सकती है चर्चा
रक्षामंत्री विक्ट्री परेड में हिस्सा लेकर रूस से लौटे हैं अब उन्हें वहां की जानकारी से अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना है। संभव है कि प्रधानमंत्री को वे लद्दाख संबंधित मुद्दों से भी अवगत कराएंगे। गुरुवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित विक्ट्री परेड में हिस्सा लेने के बाद वापस लौटे हैं और आर्मी चीफ नरवाने भी लद्दाख के दो दिवसीय दौरे के बाद वापस गुरुवार को ही लौटे।
भारत-चीन सैन्य कमांडरों के बीच हुई थी वार्ता
रूस रवाना होने से पहले भारत-चीन तनाव को लेकर रक्षामंत्री लगातार सैन्य नेतृत्व के संपर्क में थे और 15 जून को हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद सेना की सतर्कता व सीमा के हालातों को काफी करीब से मॉनिटर कर रहे थे। 22 जून को मोल्डो में भारत-चीन के सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता हुई जो 11 घंटे तक चली। इसमें दोनों देशों के बीच तनाव कम करने को लेकर सहमति बनी। इसके अलावा सीमा पर से तोपखाना और सैन्य बलों की वापसी पर भी बातचीत हुई और दोनों पक्ष सहमत हुए हैं। हालांकि इस वार्ता को सकारात्मक बताया गया। सूत्रों के अनुसार, चीन ने बातचीत के जरिए सुलह के संकेत दिए।
बता दें कि भारत-चीन सीमा पर मौजूद गलवन घाटी में दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। आर्मी चीफ ने अपने दौरे में लद्दाख में मौजूद सेना की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही लेह के उस अस्पताल में भी गए जहां चीन के साथ झड़प में घायल जवानों का इलाज किया जा रहा था। वहां उन्होंने जख्मी भारतीय जवानों से बातचीत की और उनके साहस की सराहना की।