अंतागढ़ टेप कांड: पूर्व सीएम जोगी, पूर्व मंत्री मूणत व रमन के दामाद पर मुकदमा; राजनीति गरमाई
Antagarh tape case, छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित अंतागढ़ कांड में अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता, पूर्व मंत्री राजेश मूणत और अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित अंतागढ़ कांड में एसआइटी जांच के बीच नया मोड़ आ गया है। अंतागढ़ टेपकांड में रविवार को आधी रात बाद दूसरी बार की शिकायत के चंद मिनट बाद ही पुलिस ने जकांछ संस्थापक अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता और अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की। इस कार्रवाई के बाद सियासत एक बार फिर से गरमा गई है।
खासकर टेपकांड के लिए जांच की फाइल चार साल में हाई सिक्योरिटी जोन के सिविल लाइन थाने में कैद रहने को लेकर पुलिस की जांच संदेह के घेरे में है। एसआइटी बनाने के बाद थाने में सीधे जुर्म कायम हुआ है। एक तरफ स्पेशल जांच टीम बनाने और फिर दूसरी शिकायत पर सीधे एफआइआर लिखने की स्थिति से पुलिस की जांच सवालों के घेरे में है।
इनके खिलाफ FIR हुईं दर्ज
- पूर्व मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संस्थापक अजीत जोगी
- उनके बेटे अमित जोगी
- पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता
- पूर्व मंत्री राजेश मूणत
- अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
SIT जांचे के बीच मामला पहुंचा थाने
पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतागढ़ टेप कांड की एसआइटी जांच के निर्देश दिए थे। एसआइटी जांच के बीच मामला एक बार फिर पुलिस थाने तक पहुंच गया है। ऐसे में रविवार रात 10.12 बजे राज्य मुख्यालय के पंडरी थाना में कांग्रेस प्रवक्ता किरणमयी नायक ने उक्त नेताओं के खिलाफ धारा 171 ई, 171 एफ, 406, 420, 120, धारा 9, 13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया।
यह था अंतागढ़ कांड
साल 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने मंतूराम पवार को प्रत्याशी बनाया था। ऐन वक्त पर उन्होंने नाम वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी को वाकओवर दे दिया था। इस बीच एक सीडी सामने आई, जिसमें कथित तौर पर तत्कालीन कांग्रेस विधायक अमित जोगी, तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता आदि के बीच बातचीत में सात करोड़ रुपये की डील की बात सामने आई। इस मामले में कांग्रेस ने उसी समय मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने में तहरीर दी, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया था।
अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसआइटी जांच शुरू करा दी। इस मामले में कांग्रेस संगठन ने मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए पूर्व सीएम अजीत जोगी, तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत, तत्कालीन विधायक अमित जोगी और लोक सेवक डॉ. पुनीत गुप्ता ने साजिश रची थी। कांग्रेस प्रत्याशी को प्रलोभन देकर नाम वापस कराया, बाद में मंतूराम पवार भाजपा में शामिल हो गए थे।
एफआइआर की बुनियाद पर नोटिस
अंतागढ़ टेप कांड में एसआइटी गठित कर जांच के निर्देश दिए गए थे, लेकिन सिर्फ शिकायत पत्र पर जांच की कड़ियां कमजोर मानकर आनन-फानन में एफआइआर दर्ज कराई गई। धाराओं की बुनियाद पर जिम्मेदारों को तलब करने की पुलिस तैयारी कर रही है।
मंतूराम ने सीएम बघेल व किरणमयी के खिलाफ दी तहरीर
अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव के टेपकांड मामले में रायपुर की पंडरी पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद आरोपित व तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार भी पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस थाना पखांजूर में कांग्रेस नेता किरणमयी नायक और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ षड्यंत्र करने संबंधी शिकायत पत्र सौंपा और मुकदमा दर्ज करने की मांग की। शिकायत पत्र में उन्होंने लिखा है कि यदि कांग्रेस प्रवक्ता व पूर्व मेयर किरणमयी नायक के पास अंतागढ़ टेप कांड में पर्याप्त सबूत थे, तो चार साल तक न्यायालय और सरकार को क्यों गुमराह करती रहीं। उन्होंने सीएम भूपेश बघेल सहित सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी ही गठित एसआइटी पर भी सरकार को भरोसा नहीं है।
रमन के दामाद डॉ. पुनीत का इस्तीफा
अंतागढ़ टेप कांड से सुर्खियों में आए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता ने शासकीय सेवा से त्यागपत्र दे दिया है। पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) डॉ. पुनीत गुप्ता ने सोमवार को त्यागपत्र दिया। इसकी पुष्टि मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. आभा सिंह ने की है। इससे पहले 21 जनवरी को शासन ने डॉ. गुप्ता को डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल रायपुर के अधीक्षक पद से हटाकर मेडिकल कॉलेज का ओएसडी तैनात किया था।
इन गंभीर धाराओं के तहत यह आरोप
- धारा 420- आरोप यह कि कांग्रेस से प्रत्याशी रहते हुए मंतूराम पवार ने बी-फार्म लेकर पार्टी बदली। विश्वास में लेकर घात किया।
- धारा 406- कांग्रेसी प्रत्याशी रहते हुए पार्टी की सामग्री को अवैधानिक तरीके से दुरुपयोग करके संपत्ति गबन की।
- धारा 120 बी- पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए आरोप है। पूर्व सीएम अजीत जोगी, मंत्री राजेश मूणत, विधायक अमित जोगी और लोक सेवक पुनीत गुप्ता संग साजिश रची।