आनंद शर्मा ने कहा, कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं, पार्टी सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा ऐतिहासिक रूप से कांग्रेस में आंतरिक चर्चा की परंपरा पुरानी है। यह परंपरा आज भी जारी है। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। कांग्रेस एक है और इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और भाजपा से मुकाबले के लिए यह एकजुट होकर खड़ी है। कांग्रेस नेता ने जी-23 से जुड़े विवाद और पार्टी में गुटबाजी के आरोपों पर बुधवार को खुलकर अपनी बात रखी।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा- पूरी पार्टी सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट
शर्मा ने कहा कि पूरी पार्टी सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट है। शर्मा भी उस 'ग्रुप-23' में शामिल हैं जिसने कांग्रेस में व्यापक संगठनात्मक बदलाव और सक्रिय अध्यक्ष की मांग को लेकर पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।
आनंद शर्मा ने कहा- कांग्रेस में आंतरिक चर्चा की पुरानी परंपरा आज भी जारी है
शर्मा ने पार्टी में गुटबाजी से संबंधित पीसी चाको के आरोपों से जुड़े सवाल पर कहा, 'ऐतिहासिक रूप से कांग्रेस में आंतरिक चर्चा की परंपरा पुरानी है। यह परंपरा आज भी जारी है। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। कांग्रेस एक है और इसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं।'
दशकों तक कांग्रेस में रहे पीसी चाको ने पार्टी को किया अलविदा
पार्टी को अलविदा कहते ही दशकों तक कांग्रेस में रहे गांधी परिवार के बेहद नजदीकी पीसी चाको का गुबार भी फट पड़ा है। वरिष्ठ नेताओं के अपमान से वह इस कदर आहत हैं कि उन्हें पार्टी का भविष्य भी अब अंधकारमय नजर आ रहा है। उनका कहना है कि पार्टी में सुधार का ऐसा कोई प्लान नहीं हो सकता जो इसे नया जीवन दे सके। इस हालत के लिए उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया।
पीसी चाको ने कहा- पिछली सीट से गाड़ी चलाना चाहते हैं राहुल गांधी
बुरी तरह अपमानित महसूस कर रहे चाको ने कहा कि राहुल गांधी पिछली सीट पर बैठकर गाड़ी चलाना चाहते हैं। खुद जिम्मेदारी न लेकर दूसरों को आगे कर दे रहे हैं। इसीलिए समस्याएं खड़ी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि केरल में जिस तरह से टिकट बांटे जा रहे हैं, वह पूर्णतया अलोकतांत्रिक है। उन्होंने इस विषय में कई बार राहुल गांधी से चर्चा की, लेकिन हर बार उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि ठीक है, इस पर बात करेंगे। लेकिन, न वह बात करते हैं और न ही किसी की शिकायत दूर करते हैं।