माकन ने कहा- राजस्थान में हो रही लोकतंत्र की हत्या, आज होगा पूरे देश में लोकतंत्र बचाने के लिए प्रदर्शन
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि जब गोवा पुडुचेरी मणिपुर में विधानसभा के सत्र हो सकते हैं तो राजस्थान में क्यों नहीं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना से लड़ने के बजाय कांग्रेस से लड़ रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि लोकतंत्र में दो अलग-अलग उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। एक तो लोकतंत्र की हत्या हो रही है और दूसरा प्रजातंत्र का कत्ल हो रहा है। रविवार को जयपुर के फेयरमाउंट होटल में मीडिया से बात करते हुए अजय माकन ने कहा कि बहुमत की हत्या हो रही है। संविधान को भाजपा द्वारा बेरहमी से रौंदा जा रहा है।
सोमवार को पूरे देश में लोकतंत्र बचाने के लिए प्रदर्शन होगा
उन्होंने कहा कि सोमवार को पूरे देश में लोकतंत्र बचाने के लिए प्रदर्शन किया जाएगा। अजय माकन ने कहा, सुप्रीम कोर्ट का फैसला है कि स्पीकर की प्रक्रिया को चुनौती नहीं दी जाती। स्पीकर के निर्णय लेने की प्रक्रिया को कभी रोका नहीं गया। लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार आज विधानसभा का सत्र बुलाना चाहती है और उसके भीतर शिकायतें पैदा की जा रही हैं।
भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश कर रही
उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। एक तरह से लोकतंत्र का अपहरण हो गया । लोकतंत्र को अपने हाथ की कठपुतली बनाया जा रहा है और सरेआम बहुमत की हत्या हो रही है। ऐसा लगता है कि न्यायपालिका से भी अपेक्षित न्याय की उम्मीद खत्म हो गई है।
अजय माकन ने कहा- कोरोना के चलते गाइडलाइन को फॉलो करते हुए देंगे धरना
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए हम गाइडलाइन को फॉलो करते हुए धरना करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। सचिन पायलट को लेकर माकन ने कहा कि वे कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे, अगर सचिन पायलट कहते हैं कि केंद्र सरकार को पार्टी बनाया जाए, भाजपा सरकार को पार्टी बनाया जाए तो उसके मायने आप निकालेंगे।
जब गोवा, पुडुचेरी, मणिपुर में विधानसभा के सत्र हो सकते हैं तो राजस्थान में क्यों नहीं
सचिन पायलट की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि स्पीकर को आप जवाब नहीं देते। माकन ने पूछा कि जब गोवा, पुडुचेरी, मणिपुर में विधानसभा के सत्र हो सकते हैं तो राजस्थान में क्यों नहीं।
जनता के सामने रखे पांच सवाल
उन्होंने जनता के सामने 5 सवाल रखे। इनमें पहला क्या देश को प्रजातंत्र और संविधान पर भाजपा का हमला स्वीकार है। दूसरा क्या बहुमत और जनमत का निर्णय राजस्थान की 8 करोड़ जनता के वोट से होगा या दिल्ली के हुक्मरानों के सत्ता व धनबल से होगा। तीसरा क्या प्रधानमंत्री और भारत सरकार विधान में स्थापित संवैधानिक परंपराओं को सत्ता प्राप्त करने के लिए रौंद सकती है। चौथा क्या बहुमत से चुनी राजस्थान सरकार द्वारा बुलाए गए विधानसभा सत्र को राज्यपाल अनुमति देने से इंकार कर संविधान की अवहेलना कर सकते हैं और पांचवा क्या राज्यपाल विधायिका के अधिकार क्षेत्र में दखलंदाजी कर सकते हैं।
बागी विधायकों के परिजनों को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने गुलाब सौंपा
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने रविवार को बागी कांग्रेस विधायकों के परिजनों के घरों के बाहर गुलाब का फूल भेंटकर पार्टी में वापस आने का आग्रह किया। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बागी विधायकों के घर जाकर उनके परिजनों को गुलाब का फूल भेंट करने का अभियान चलाया है।