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अपने विवादित बयान पर वारिस पठान ने मांगी माफी, कहा- मैं अपने शब्द वापस लेता हूं

सीएए के विरोध में आयोजित रैली में वारिस पठान ने कहा था कि 15 करोड़ 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे। पठान ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 07:34 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 08:20 PM (IST)
अपने विवादित बयान पर वारिस पठान ने मांगी माफी, कहा- मैं अपने शब्द वापस लेता हूं
अपने विवादित बयान पर वारिस पठान ने मांगी माफी, कहा- मैं अपने शब्द वापस लेता हूं

नई दिल्ली, एएनआइ। आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान ने ' हम 15 करोड़ हैं सौ करोड़ पर भारी पड़ेंगे' वाले अपने बयान पर सफाई दी है। पठान ने कहा कि मेरे बयान को एक राजनीतिक साजिश के कारण मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने के लिए निशाना बनाया गया है। मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी को मेरे बयान से चोट पहुंची हैं, तो मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं और उसके लिए माफी मांगता हूं।

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बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान ने पिछले दिनों सीएए के विरोध में आयोजित एक रैली में कहा था कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे। 

इंटरनेट पर तेजी से वायरल हुआ था वीडियो

वारिस पठान का ये वीडियो इंटरनेट में काफी तेजी से वायरल हुआ था। वायरल हुए वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है, 'हमें साथ चलना होगा। हमें आजादी लेनी होगी, जो चीजें मांगने से नहीं मिलतीं, वह छीनकर लेनी होती हैं, याद रखिए...(हम) 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।' 

वारिस पठान पर दर्ज हुई एफआइआर

वहीं, कर्नाटक के कलबुर्गी पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने के लिए एआइएमआइएम के नेता वारिस पठान के खिलाफ अलग-अलग घाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की है। पुलिस ने पठान के खिलाफ दंगा भड़काने के इरादे से लोगों को उसाने के मामले में आपीसीसी की धारा 117, 153 और विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना के लिए धारा 153A के तहत केस दर्ज किया गया है। 

गौरतलब है कि पठान के इस बयान के बाद सभी राजनीतिक दलों ने कड़ा विरोध जताया था। तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी के नेता रामचंद्र राव ने शुक्रवार को कहा था कि वारिस पठान पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि ऐसी भाषा अकबरुद्दीन ओवैसी ने बैसन में निर्मल में बोली थी। इस प्रकार की भाषा और दृष्टिकोण से पता चलता है कि इस पार्टी में अलगाववादी प्रवृत्ति बढ़ रही है। हम इसकी निंदा करते हैं और असदुद्दीन ओवैसी को भी माफी मांगनी चाहिए। 


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