Move to Jagran APP

कृषि मंत्री ने कहा- पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था में सहकारिता की भूमिका होगी अहम

केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने जोर देकर कहा कि सहकारी क्षेत्र के उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने भर की जरूरत है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 09:37 PM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 09:37 PM (IST)
कृषि मंत्री ने कहा- पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था में सहकारिता की भूमिका होगी अहम
कृषि मंत्री ने कहा- पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था में सहकारिता की भूमिका होगी अहम

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कृषि और संबंद्ध सहकारिता अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है, जो अगले पांच सालों में देश की संभावित पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाएगा। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने जोर देकर कहा कि सहकारी क्षेत्र के उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने भर की जरूरत है। तोमर शुक्रवार को यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला-2019 का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।

loksabha election banner

भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला शुरू

प्रगति मैदान में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय मेला में स्टार्टअप युवा सहकार स्कीम और सहकार भारती के 'सिंपली देसी' के ब्रांड उत्पादों को भी कृषि मंत्री तोमर ने लांच किया। तोमर ने कहा 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन की बनाने का लक्ष्य दिया है। हम उसे प्राप्त करने के लिए गांव, गरीब और किसान पर फोकस करना होगा।' इस लक्ष्य को प्राप्त करने में अत्यधिक संभावनाओं वाले सहकारी क्षेत्र की भूमिका अहम होगी।

सहकारी क्षेत्र के उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने की जरूरत

तोमर ने कहा कि सहकारिता संस्कृति भारत के लिए कोई नया विषय नहीं है। वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाकर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। देश में सहकारिता क्षेत्र के ऐसी कंपनियां है, जिनका डंका देश नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बज रहा है। इस क्षेत्र की संभावनाओं के दोहन की सख्त जरूरत है।

किसानों की आमदनी को दोगुना करने की कवायद

कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि सहकारिता के प्रोत्साहन से किसानों की आमदनी को दोगुना करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही कुछ सालों में कृषि उत्पादों का निर्यात 30 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 60 बिलियन डॉलर किया जा सकता है।

राज्य सरकारें सहकारिता को प्राथमिकता दें

सहकारिता को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र के साथ राज्यों को भी हाथ लगाना होगा। तोमर ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकारें सहकारिता को प्राथमिकता दें। यह केवल सहकारी बैंक के लोन और राशन दुकानों तक सीमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने विश्वास भी दिलाया कि इसके लिए राज्यों को केंद्र हर संभव मदद मुहैया कराएगा।

तकनीक को साझा करने में मदद

अंतरराष्ट्रीय सहकारी मेला के बारे में उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य दुनिया भारत को समझे और दुनिया में चल रही सहकारिता को भारत समझे। इसमें तकनीक को साझा करने और परस्पर विश्व बंधुत्व का भाव पैदा करने में मदद मिलेगी। भौतिकवादी दुनिया में प्रगति, न्याय और शांति का संदेश जाएगा।

इस ट्रेड फेयर का आयोजन नेशनल कोआपरेटिव डवलपमेंट कारपोरेशन (एनसीडीसी), बैंकाक स्थित अंतराष्ट्रीय संगठन और भारतीय सहकारी संस्था नैफेड के साथ कृषि, कामर्स और विदेश मंत्रालय ने किया है। ट्रेड फेयर के उद्घाटन के अवसर पर कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, कैलास चौधरी, मेघालय के डिप्टी चीफ मिनिस्टर और उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत और कृषि सचिव संजय अग्रवाल उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.